जबलपुर

संयोग या साजिश: जिस दिन मुख्यमंत्री पहुंचते हैं शहर, उसी समय हो जाता है हाईप्रोफाइल मर्डर

अजीब संयोग: जिस दिन मुख्यमंत्री पहुंचते हैं शहर, उसी समय हो जाता है हाईप्रोफाइल मर्डर

जबलपुरJun 14, 2018 / 10:47 am

Lalit kostha

जबलपुर. शहर में वीआइपी मूवमेंट होने पर अपराधी भी सक्रिय हो जाते हैं। शहर में डेढ़ साल में हत्या की दो बड़ी वारदातें वीआइपी मूवमेंट के दौरान हो चुकी हैं। चार जनवरी 2017 को परिजात बिल्डिंग के पास हुआ दोहरा हत्याकांड अब तक लोगों के जेहन में है। अब भंवरताल स्थित कृतिका अपार्टमेंट की तीसरी मंजिल पर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. शफात उल्लाह की उस समय हत्या कर दी गई, जब शहर में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह, मुख्यमंत्री, केंद्रीय मंत्री और प्रदेश के गृहमंत्री की वीआइपी सुरक्षा में जिलेभर की पुलिस आस-पास की सड़कों पर तैनात थी।

शहर में पिछले पांच महीने में अपराधों का ग्राफ बढ़ा है। पिछले दो महीने में नेपियर टाउन डकैती के बाद सीरियल घटनाओं से शहर दहल उठा है। लोग खुद को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। पुलिस की सुस्ती का आलम यह है कि पिछले 23 दिनों में 15 लूट हो चुकी हैं। दुष्कर्म और राह चलते छेड़छाड़ आम हो गई है। महिलाएं घरों से निकलने में भी हिचकने लगी हैं। शहर की पुलिसिंग को लेकर सोशल साइट्स पर किए गए सर्वे में 63 प्रतिशत लोगों ने पुलिस की निष्क्रियता को घटनाओं के लिए जिम्मेदार बताया है। शहर की कानून व्यवस्था ठीक नहीं को लेकर 37प्रतिशत ने हां में जवाब दिया। शेष लोगों ने अपराधियों पर नियंत्रण न होना बताया है। आइजी ने मार्च में जोन स्तर पर और अप्रैल में गृह विभाग ने प्रदेश स्तर पर निरीक्षकों और उपनिरीक्षकों के तबादला आदेश जारी किए थे।

मामला एक-
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान चार जनवरी 2017 को नर्मदा सेवा यात्रा के सम्बंध में लौटते समय शहर में रात्रि विश्राम पर थे। इसी दौरान विजय यादव के गैंग ने पारिजात बिल्डिंग के पास फायरिंग कर कांग्रेस नेता राजू मिश्रा और हिस्ट्रीशीटर कक्कू पंजाबी की हत्या कर दी। अमला सीएम के मार्ग की सुरक्षा में लगा था। पुलिस अब तक विजय यादव को दबोच नहीं सकी है।

मामला दो-
12 जून 2018 को ठीक डेढ़ साल बाद फिर बदमाशों ने वीआइपी मूवमेंट के दौरान भंवरताल जैसे पॉश इलाके में हत्या की वारदात को अंजाम दिया। कृतिका अपार्टमेंट की तीसरी मंजिल के फ्लैट में पत्नी, बेटी व भतीजे के साथ रह रहे स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. शफात उल्लाह (54) को चाकुओं से गोदकर मार डाला और लूटपाट कर फरार हो गए।

शहर में ये घटनाएं अधिक
लूट : लार्डगंज, मदन महल, गोराबाजार, संजीवनी नगर, ओमती, रांझी, अधारताल में १५ जगहों पर लूट हुई। इसमें रांझी में इंजीनियरिंग छात्र को चाकू मारकर लूटने और अधारताल में ट्रक चालक की हत्या कर सरिया लूटने का मामला भी शामिल है।
डकैती : 7 मई को नेपियर टाउन निवासी कलर लैब संचालक केके अग्रवाल के घर हुई डकैती की वारदात अब तक नहीं सुलझी है। मामला पारधी गिरोह से बांग्लादेशी और रोहिंग्या तक पहुंच गया है।
चोरी : शहर में पिछले दो महीने में 252 लूट हो चुकी हैं। रोज दो से तीन घरों के ताले टूट रहे हैं। रात में होने वाली चोरियां अब दिनदहाड़े होने लगी हैं।

छेड़छाड़ और दुराचार :
पिछले दो महीने में शहर में छेड़छाड़ के 102 और दुष्कर्म के 23 मामले सामने आ चुके हैं। गोराबाजार में मनचले की हरकत से आजिज होकर एक छात्रा आत्महत्या कर चुकी है। लार्डगंज में हॉस्टल में रहने वाली छात्रा ने दवाओं का ओवरडोज ले लिया। खमरिया में 9और 11 साल की बालिकाओं की आबरू पड़ोसी युवकों ने लूट ली।

पुलिस अधिकारियों को अपराधों के बढ़ते ग्राफ पर लगाम लगाने के निर्देश दिए गए हैं। जबलपुर शहर में पिछले महीनों में घटनाएं बढ़ी हैं।
– अनंत कुमार सिंह, आइजी, जोन, जबलपुर

पांच महीने में शहर में हुए अपराध
डकैती – 01
हत्या – 25
लूट – 39
हत्या के प्रयास – 75
दुष्कर्म – 86
नाबालिगों से दुष्कर्म – 63

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