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हाईप्रोफाइल खटुआ हत्याकांड की जांच अब सीबीआइ करेगी

locationजबलपुरPublished: May 17, 2019 12:21:12 pm

Submitted by:

santosh singh

गन कैरिज फैक्ट्री (जीसीएफ) में पदस्थ जेडब्ल्यूएम जीएस खटुआ हत्याकांड की उलझी परतों को अब सीबीआइ सुलझाएगी। इस हाइप्रोफाइल हत्याकांड की जांच सीबीआई को सौंपने की प्रक्रिया पीएचक्यू स्तर पर शुरू हो गई है। पीएचक्यू के अभिमत पर एसपी ने भेजी नो-ऑब्जेक्शन रिपोर्ट…

‘धनुष तोप बेयरिंग प्रकरण

‘धनुष तोप बेयरिंग प्रकरण

जबलपुर. गन कैरिज फैक्ट्री (जीसीएफ) में पदस्थ जेडब्ल्यूएम जीएस खटुआ हत्याकांड की उलझी परतों को अब सीबीआइ सुलझाएगी। इस हाइप्रोफाइल हत्याकांड की जांच सीबीआई को सौंपने की प्रक्रिया पीएचक्यू स्तर पर शुरू हो गई है। पुलिस मुख्यालय से सीबीआइ जांच के लिए जबलपुर एसपी से अभिमत मांगा गया था, जिस पर उन्होंने नो ऑब्जेक्शन रिपोर्ट भेजी है।
पुलिस मुख्यालय भेजेगा गृह मंत्रालय को रिपोर्ट
पुलिस मुख्यालय राज्य शासन को सीबीआइ जांच की संस्तुति करते हुए रिपोर्ट भेजेगा। इसके बाद गृह मंत्रालय इस पर निर्णय लेगा।एसपी निमिष अग्रवाल ने कहा, जब तक सीबीआइ जांच की प्रक्रिया पूरी नहीं हो जाती, तब तक स्थानीय स्तर पर जांच जारी रहेगी। हत्याकांड में अब तक जो भी तथ्य सामने आए हैं, उसके आधार पर कार्रवाई जारी रहेगी।
धनुष तोप बेयरिंग प्रकरण से जुड़ा है मामला
एसपी अग्रवाल ने बताया, खटुआ हत्याकांड कहीं न कहीं धनुष तोप बेयरिंग मामले से जुड़ा है। सीबीआइ धनुष तोप बेयरिंग मामले की पहले से जांच कर रही है। जीएस खटुआ इस मामले में अहम गवाह थे। वेयरिंग खरीदी प्रक्रिया से जुड़े होने की वजह से ही सीबीआइ ने उन्हें बयान दर्ज कराने के लिए बुलाया था। इसलिए हत्याकांड की जांच भी सीबीआइ से कराने के लिए पीएचक्यू ने अभिमत मांगा था।
ये है मामला
धनुष तोप बेयरिंग घोटाले के मामले में सीबीआइ के रडार पर आए जीएस खटुआ को बयान दर्ज कराने के लिए 17 जनवरी को दिल्ली तलब किया गया था। खटुआ बयान के लिए दिल्ली नहीं जा सके थे। वे इसकी लिखित सूचना देने के लिए सुबह घर से कृपाल चौक में रहने वाले अधिवक्ता से मिलने के लिए रवाना हुए थे। वहां से लौटने का सीसीटीवी फुटेज तो मिला, इसके बाद वे लापता हो गए। 19 दिन बाद पांच फरवरी को पाटबाबा पहाड़ी के पीछे पत्थरों के खोह में उनकी रक्तरंजित लाश मिली थी।

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