हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. आरएस शर्मा बताते हैं कि लाल रंग एक्साइटमेंट बढ़ाता है, उत्साह लेकर आता है। हरे रंग की बात करें तो यह सुखदायी प्रभाव देता है। मिक्स रंगों की बात की जाए तो यह आंखों को भी अच्छे लगते हैं, इसलिए होली में तरह-तरह रंग के गुलाल उड़ाएं। एक दूसरे को खुशियां बांट कर इस त्यौहार की खुशियां बढ़ाएं। यह रंग आपकी जिंदगी में खुशियां खोल देते हैं। रंगो से हैप्पीनेस का ग्राफ बढ़ता है, क्योंकि शरीर में यह फीलगुड हार्मोन रिलीज करते हैं।
शरीर के लिए फायदेमंद
विशेषज्ञों की मानें तो जब आप हैप्पी होते हैं तो शरीर में ब्रेन के हैप्पीनेस वाले एरिया एक्टिव होते हैं। हाइपोथैलेमस और लिंबिक एरिया इस्ट्रूमेट होते हैं। इनसे फीलगुड हार्मोन रिलीज होते हैं। ऑक्सीटॉसिन, टेटोकॉलामिनस और सेरोटोनिन हार्मोन सीक्रीट होते हैं, जो व्यक्ति को खुशी देते हैं। यदि आप बीमार हैं, बावजूद इसके आप खुश रहते हैं तो दवाओं का असर तेजी से होगा, बल्कि कम डोज में भी आप हमेशा हैल्दी फील कर पाएंगे।
घाट पहुंचकर मन होता है खुश
जब भी आप ग्वारीघाट, तिलवारा घाट या नर्मदा के अन्य घाटों पर पहुंचते हैं तो आप पाते हैं कि मन शांत होता है। दिमागी थकान दूर होती है। शारीरिक स्फूर्ति आती है, क्योंकि वहां पक्षियों का कलरव है। कल कल बहती पानी की आवाज एक पॉजिटिव वाइब्स पैदा करती है। यही वजह है कि वहां पहुंचते ही एक नई एनर्जी मिलती है, क्योंकि वे नर्मदा जी से कनेक्ट है और वहां पहुंचते ही उन्हें सुकून और खुशी मिलती है। केवल नर्मदा के घाट ही नहीं, शहर में कई और भी जगह हैं, जो हैप्पी हैप्पीनेस का ग्राफ बढ़ा देते हैं।
नयागांव की ग्रीनरी और डुमना की वादियां
नयागांव रोड अच्छा अनुभव देती है, क्योंकि यह चारों ओर से ग्रीनरी से ढंका हुआ है। डुमना नेचर पार्क की वादियां भी फील गुड हार्मोन्स रिलीज करती हैं, क्योंकि यहां पहुंचकर व्यक्ति खुशी का अहसास करता है। यहां पर शहर की अपेक्षा पॉल्यूशन कम होता है। ग्रीनरी ज्यादा होती है, जो आंखों को भी सुकून देती है। यही वजह है कि लोग शांति की तलाश में इन जगहों पर लॉन्ग ड्राइव पर निकलते हैं।
कुछ यह भी है हैप्पीनेस वाले स्पॉट्स
लम्हेटाघाट, तिलवारा घाट, बरगी डैम, कचनार सिटी मंदिर, भदभदा।
ऐसे भी कर सकते हैं हैप्पीनेस का अहसास
एक्सपर्ट की मानें तो हैप्पीनेस हर उन चीजों से आती है, जो चीजें आपके दिल को सुकून दे जाएं। फिर इसमें कुछ ऐसे काम भी शामिल किए जा सकते हैं, जो दूसरों के लिए लाभप्रद होने के साथ-साथ आपको भी खुशी दें।
– किसी जरूरतमंद की मदद करना।
– किसी विद्यार्थी को परीक्षा केंद्र तक समय पर पहुंचाना।
– राह चलते व्यक्ति की मदद करना।
– पशुओं की देखरेख करना
– किसी व्यक्ति को परेशानी में देखें तो उसकी हेल्प करना।
– जरूरतमंदों को खाना खिलाना।
– किसी अनजान की मदद करना।