डॉक्टरों के अनुसार बारिश थमने के बाद बाद तापमान में उतार-चढ़ाव होने से आरएसवी वायरस का अटैक हो रहा है। बीमार, बुजुर्ग व बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होती है। मेडिकल कॉलेज अस्पताल और विक्टोरिया अस्पताल की ईएनटी ओपीडी में आने वाले 45 प्रतिशत मरीज संक्रमण से प्रभावित हैं। श्वास रोगियों में भी यह संक्रमण फैल रहा है। स्कूली बच्चों में यह संक्रमण तेजी से फैल रहा है।
ये होती है परेशानी
डॉक्टरों के अनुसार आरएसवी अटैक के कारण सर्दी-जुकाम, खांसी, छींक आना, गले में दर्द, गुटकने में परेशानी, कानों में खुजली या दर्द होता है। कुछ मरीजों को सिर में दर्द के साथ बुखार भी हो रहा है। कुछ लोगों को सांस लेने में तकलीफ हो रही है।
ये सावधानी बरतें
– सर्दी-जुकाम में आराम नहीं मिलने पर डॉक्टर के पास जाएं
– डिस्प्रिन या नमक मिले पानी से गरारा करें
– तेल-मसाला वाली चीजें ज्यादा न खाएं
– धूल वाली सड़कों पर मुंह ढंककर चलें
– बच्चों के कपड़ों की नियमित धुलाई करें
बदलते मौसम में वायरस एक्टिव हो गए हैं। सर्दी-जुकाम के साथ गले और फेफड़ों में संक्रमण हो रहा है। सर्दी-जुकाम होने पर डिस्प्रिन या नमक मिले पानी से गरारा करना चाहिए। इससे नाक और गले में ही वायरस खत्म हो जाते हैं। इसके बाद भी आराम नहीं होने पर डॉक्टर के पास जाना चाहिए।
डॉ. रूमिता आचार्य, ईएनटी विभाग, विक्टोरिया अस्पताल