सबसे ज्यादा मिले हैं आवास
केंद्र सरकार की मंशा है कि 2021 तक हर गरीब व जरुरतमंद के आशियाने का सपना पूरा किया जाए। प्रदेश के 51 जिलों में से कटनी जिले में सबसे ज्यादा पीएम आवास स्वीकृत हुए हैं। लेकिन इन अवासों को कंपलीट करने में जिला 70.6 फीसदी के साथ 46वें पायदान पर है। जबकि दतिया, ग्वालियर और भिंड टॉप 3 में जगह बनाए हुए हैं। जिम्मेदार अधिकारियों द्वारा विशेष ध्यान न दिए जाने और मैदानी अमले की लापरवाही के कारण आवास निर्माण में जिला लगातार पिछड़ता जा रहा है।
पिछडऩे का ये तर्क दे रहे अधिकारी
समय पर पीएम आवास न बनने के पीछे जिला पंचायत विभाग के जिम्मेदार अधिकारी तरह-तरह के तर्क दे रहे हैं। बताया जा रहा है कि जून माह में रोजगार सहायकों की हड़ताल के काम विशेष काम प्रभावित हुआ है। वहीं जियो टैग के कारण भी समस्या आ रही है। कुछ हितग्राही राशि लेने के बाद भी आवास नहीं बना रहे हैं। ऐसे 500 के लगभग हितग्राही पहुंच गए हैं जो डिफाल्टर की श्रेणी में हैं। वहीं समय पर बैंकों से किश्त न मिल पाना भी वजह बताई जा रही है।
यह है ब्लॉकवार निर्माण की स्थिति
ब्लॉक टारगेट कंपलीट अधूरे
बड़वारा 5118 3353 1765
बहोरीबंद 5007 3629 1378
ढीमरखेड़ा 6415 4392 2023
कटनी 3323 2597 726
रीठी 3527 2852 675
विगढ़ 3089 2406 683
इनका कहना है
रोजगार सहायकों की हड़ताल और जियो टैग की समस्या के कारण काम में देरी हुई है। कुछ ग्राम पंचायतों में हितग्राही ध्यान नहीं दे रहे थे। काम तेजी से चल रहा है। शीघ्र ही टारगेट को पूरा किया जाएगा।
मृगेंद्र सिंह, प्रधानमंत्री आवास योजना प्रभारी।