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डायबिटीज के लक्षण
– बार-बार पेशाब लगना
– वजन कम होना
– हाथ पैर में झुनझुनी
– मुहं सूखना व बार-बार प्यास लगना
– अचानक चक्कर आना
– आंखों के सामने अंधेरा छाना
– बच्चों में उल्टी, पेट में दर्द, सांस फूलना।
बीपी की वजह
– ऑइली फूड खाना
– कॉलेस्ट्रॉल बढऩा
– तनाव
– काम का दबाव
– किसी बात को लगातार सोचना
चिकित्सकों की सलाह
– संतुलित दिनचर्या और आहार करें।
– नियमित व्यायाम करें, पैदल चलें।
– मरीज नियमित दवा का सेवन करें।
– तनाव मुक्त जीवन बिताएं।
– परेशानी महसूस होने पर अनदेखी न करें।
– पीडि़त नियमित जांच कराएं।
डायबिटीज पहले 40 वर्ष की आयु के बाद होती थी। यह अनुवांशिक मानी जाती थी, लेकिन अब मोटापे के कारण 15-16 वर्ष के बच्चों में भी लक्षण मिल रहे है। औसतन शहर में हर वर्ष 5-10 प्रतिशत तक डायबिटीज के मरीज बढ़ रहे हैं।
डॉ. आशीष डेंगरा, डायबिटीज एवं मोटापा रोग विशेषज्ञ