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मानव तस्करी का सेंटर बना जबलपुर, यहां की लड़कियों को राजस्थान में बेचा जा रहा

locationजबलपुरPublished: May 25, 2019 11:21:30 am

Submitted by:

santosh singh

अधारताल की एक युवती का प्रकरण सामने आने के बाद हुआ सनसनीखेज खुलासा, पीडि़त को बलात्कार कर वीडियो बनाकर गिरोह ने राजस्थान में दो लाख में था बेचा

Human trafficking

Human trafficking

जबलपुर. शहर की बेटियों को प्रेमजाल में फंसाकर मानव तस्करी में शामिल गिरोह राजस्थान में सौदा कर रहा है। इस गिरोह ने अब तक कई युवतियों को इसी तरह से राजस्थान में बेचा है। अधारताल थाना क्षेत्र अंतर्गत रहने वाली एक युवती के सनसनीखेज खुलासे के बाद पुलिस ने छानबीन की तो सन्न रह गयी। सूत्रों के मुताबिक ये गिरोह अब तक 18 युवतियों का सौदा राजस्थान में कर चुका है। सभी को दो से तीन लाख रुपए में बेचा गया है।
शहर की युवती को ब्लैकमेल कर राजस्थान में दो लाख में बेचने वाले गिरोह के तीन लोगों को अधारताल पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। तीनों से पूछताछ के लिए पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी भी पहुंचे हैं। तीनों से लगातार पूछताछ की जा रही है। इस हाइप्रोफाइल प्रकरण से पुलिस एक-दो दिन में खुलासा करने की तैयारी में है।
तीन आरोपी हिरासत में-
पुलिस ने इस हाइप्रोफाइल मामले में कंचनपुर निवासी सुनीता यादव, कंचनपुर, उसके बेटे निखिल यादव और पीडि़त युवती की सहेली शैंकी रैकवार को हिरासत में लिया है। एएसपी सिटी राजेश त्रिपाठी सहित सीएसपी मौके पर पूछताछ करने पहुंचे थे। जल्द ही एक टीम राजस्थान और दिल्ली भी जाएगी। इस प्रकरण में पुलिस ने बारां राजस्थान निवासी गोलू उर्फ राजेंद्र विजयवर्गीय, उसके जीजा कोटा निवासी नंदकिशोर, प्रमोद अग्रवाल और दिल्ली निवासी निखिल के चाचा को आरोपी बनाया है।
ये है मामला
अधारताल पुलिस के अनुसार 19 वर्षीय पीडि़ता युवती ने बताया कि वह रांझी स्थिति एक दुकान में काम करती थी। सहेली शैंकी रैकवार के जरिए उसकी कंचनपुर निवासी सुनीता यादव और उसके बेटे निखिल यादव से जान-पहचान हुई। कुछ ही दिन में निखिल के साथ उसकी गहरी दोस्ती हो गई। 2 अप्रैल को निखिल ने उसे अपने घर पर बर्थ-डे में बुलाया। वह दुकान जाने के बजाय निखिल के साथ उसके घर चली गई। पार्टी में शैंकी भी थी।
नौकरी का झांसा देकर किया बलात्कार
पार्टी के बाद निखिल ने अच्छी नौकरी का झांसा देकर उसके साथ बलात्कार किया। उसके बाद कहा कि तेरा वीडियो बना लिया है। किसी को कुछ भी बताया तो वीडियो वायरल करके बदनाम कर दूंगा। धमकी देकर तीन दिन तक कंचनपुर स्थित घर में बंधक बनाकर रखा। इधर, पीडि़ता की 40 वर्षीय मां ने 2 अप्रैल को बेटी के घर नहीं लौटने पर थाने में गुम इंसान की सूचना दी। जिस पर पुलिस ने जांच करके 19 मई को पीडि़ता को दस्तयाब किया।
ट्रेन से ले गए राजस्थान-
पुलिस को युवती ने बताया कि आरोपी निखिल और उसकी मां ने युवती को धमकाकर 5 अप्रैल को ट्रेन से राजस्थान ले गए। जबलपुर रेलवे स्टेशन पर सुनीता के साथ एक अज्ञात व्यक्ति भी था। जिसे निखिल दिल्ली वाला चाचा पुकार रहा था। 6 अप्रैल को गंगापुर सिटी पहुंचने पर सुनीता के परिचित कोटा निवासी नंद किशोर और प्रमोद आए। वहां प्रमोद, नंदकिशोर और सुनीता ने उसे चार दिन तक एक किराए के मकान में बंधक बनाकर रखा। भागने की कोशिश करने पर जान से मार देने की धमकी दी।
बारां जिले के युवक से सौदा-

पुलिस के अनुसार पीडि़ता की बचपन की दोस्त शैंकी और निखिल अगले दिन गंगापुर सिटी के मकान पर आए। बगल के कमरे में रात को रुके। दिल्ली वाला अज्ञात व्यक्ति (चाचा) गंगापुर से लौट गया। इसके बाद युवती को कोटा में किराए के मकान में रखा गया। 13 अप्रैल को बारा जिले के ग्राम आटोन निवासी गोलू विजयवर्गीय उसे देखने आया। अगले दिन उसने एक कार भेजी जिसमें उसे सुनीता, नंदकिशोर एवं प्रमोद आटोन ले गए।
मौसी बनकर सुनीता ने करा दी शादी-
सुनीता ने मौसी बनकर जबरन गोलू से शादी करवा दी। इसके एवज में गोलू से दो लाख रुपए लिए। तीन दिन तक गोलू ने उसे पत्नी बनाकर रखा। 17 अप्रैल को सुनीता का गोलू के फोन पर कॉल आया। उसने युवती से बात कराई तो सुनीता ने उसे गोलू की औरत बनकर रहने के लिए धमकाया। जबलपुर आने पर वीडियो वायरल करने की चेतावनी दी। इसके बाद मौका पाकर एक दिन युवती ने गोलू के फोन से कॉल करके नानी को घटना की जानकारी दी। इसके बाद पुलिस युवती को छुड़ा पायी।
मानव दुव्र्यापार करने का प्रकरण दर्ज-
पुलिस ने जांच में एक राय होकर षड्यंत्रपूर्वक युवती को बहला-फुसलाकर बेचने एवं मानव दुव्र्यापार करना पाए जाने पर निखिल यादव उसकी मां सुनीता सहित सात आरोपियों के विरुद्ध भादंवि की धारा 363, 366, 365, 368, 376(2)एन, 370, 371, 506, 130बी, 34 और एससीएसटी एक्ट 3(2)5 एसीएसटी एक्ट का प्रकरण दर्ज किया है।

सात आरोपी-
सुनीता यादव, कंचनपुर (जबलपुर)- निखिल यादव, कंचनपुर (सुनीता का बेटा)- गोलू उर्फ राजेंद्र विजयवर्गीय, बारां(राजस्थान) – नंदकिशोर, कोटा(गोलू का जीजा)- प्रमोद अग्रवाल, कोटा(राजस्थान) – शैंकी रैकवार(पीडि़ता की सहेली)- एक अन्य अज्ञात(निखिल का दिल्ली वाला चाचा)

 

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