पुलिस के अनुसार पीडि़ता की बचपन की दोस्त शैंकी और निखिल अगले दिन गंगापुर सिटी के मकान पर आए। बगल के कमरे में रात को रुके। दिल्ली वाला अज्ञात व्यक्ति (चाचा) गंगापुर से लौट गया। इसके बाद युवती को कोटा में किराए के मकान में रखा गया। 13 अप्रैल को बारा जिले के ग्राम आटोन निवासी गोलू विजयवर्गीय उसे देखने आया। अगले दिन उसने एक कार भेजी जिसमें उसे सुनीता, नंदकिशोर एवं प्रमोद आटोन ले गए।
मौसी बनकर सुनीता ने करा दी शादी-
सुनीता ने मौसी बनकर जबरन गोलू से शादी करवा दी। इसके एवज में गोलू से दो लाख रुपए लिए। तीन दिन तक गोलू ने उसे पत्नी बनाकर रखा। 17 अप्रैल को सुनीता का गोलू के फोन पर कॉल आया। उसने युवती से बात कराई तो सुनीता ने उसे गोलू की औरत बनकर रहने के लिए धमकाया। जबलपुर आने पर वीडियो वायरल करने की चेतावनी दी। इसके बाद मौका पाकर एक दिन युवती ने गोलू के फोन से कॉल करके नानी को घटना की जानकारी दी। इसके बाद पुलिस युवती को छुड़ा पायी।
मानव दुव्र्यापार करने का प्रकरण दर्ज-
पुलिस ने जांच में एक राय होकर षड्यंत्रपूर्वक युवती को बहला-फुसलाकर बेचने एवं मानव दुव्र्यापार करना पाए जाने पर निखिल यादव उसकी मां सुनीता सहित सात आरोपियों के विरुद्ध भादंवि की धारा 363, 366, 365, 368, 376(2)एन, 370, 371, 506, 130बी, 34 और एससीएसटी एक्ट 3(2)5 एसीएसटी एक्ट का प्रकरण दर्ज किया है।
सात आरोपी-
सुनीता यादव, कंचनपुर (जबलपुर)- निखिल यादव, कंचनपुर (सुनीता का बेटा)- गोलू उर्फ राजेंद्र विजयवर्गीय, बारां(राजस्थान) – नंदकिशोर, कोटा(गोलू का जीजा)- प्रमोद अग्रवाल, कोटा(राजस्थान) – शैंकी रैकवार(पीडि़ता की सहेली)- एक अन्य अज्ञात(निखिल का दिल्ली वाला चाचा)