जबलपुरPublished: May 15, 2019 12:41:24 am
santosh singh
साढ़े तीन महीने बाद एसपी ने घटनास्थल का किया निरीक्षण, अब तक की जांच रिपोर्ट की तलब
जीएस खटुआ हत्याकांड
जबलपुर. जीसीएफ फैक्ट्री के पदस्थ जेडब्ल्यूएम जीएस खटुआ हत्याकांड की नए सिरे से विवेचना होगी। हत्याकांड के साढ़े तीन महीने बाद एक बार फिर पुलिस इस हत्याकांड को लेकर गंभीर हुई है। एसपी निमिष अग्रवाल ने इस हत्याकांड को चुनौती बताते हुए खुद हैंडिल करने का निर्णय लिया है। मंगलवार को वह मातहतों के साथ घटनास्थल पहुंचे और बारीकी से मौका मुआयना किया। उन्होंने अब तक इस हत्याकांड को लेकर की गई एसआइटी की जांच रिपोर्ट से भी अवगत हुए।
घटनास्थल का निरीक्षण किया
एसपी निमिष अग्रवाल मंगलवार शाम 5.30 बजे के लगभग पाटबाबा के पीछे की पहाड़ी स्थित घटनास्थल पहुंचे। यहां उस खोह को देखा, जहां पांच फरवरी को जीएस खटुआ की हत्या कर फेंकी गई लाश मिली थी। वहीं पम्पहाउस का भी निरीक्षण किया, जहां से उसकी स्कूटी जब्त की गई थी।
25 मिनट तक घटनास्थल पर मौजूद रहे एसपी
लगभग 25 मिनट तक वे मौके पर मौजूद रहे और विभिन्न पहलुओं पर टीआइ घमापुर, सीएसपी रांझी और एएसपी से चर्चा की। इस दौरान क्राइम ब्रांच की टीम भी मौके पर मौजूद रही। एसपी ने इस हत्याकांड को लेकर अब तक की गई जांच और गवाहों के बयान आदि की जानकारी ली। एसपी अग्रवाल ने पत्रिका को बताया कि ये हत्याकांड मेरे लिए चुनौती है। इसकी विवेचना पर पूरा फोकस रहेगा।
ये है मामला
धनुष तोप बेयरिंग घोटाला प्रकरण में सीबीआइ के रडार पर आए जीएस खटुआ को बयान दर्ज कराने के लिए 17 जनवरी को दिल्ली तलब किया गया था। एक दिन पहले शाम को मिली इसकी जानकारी के चलते खटुआ बयान के लिए दिल्ली नहीं जा पाए थे। वह इसकी लिखित सूचना देने के लिए कृपाल चौक में रहने वाले अपने अधिवक्ता के घर गए और वहां से लौटे तो फिर गायब हो गए। इसके 19 दिन बाद उनकी पांच फरवरी को रक्तरंजित लाश मिली थी। पीएम रिपोर्ट में सिर में धारदार हथियार से हत्या की पुष्टि के बाद पुलिस ने हत्या का प्रकरण दर्ज कर मामला जांच में लिया है।