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आईएएस, आईपीएस अफसर छात्र बनकर ले रहे ‘ डिग्री ’

locationजबलपुरPublished: Aug 16, 2019 11:30:37 pm

Submitted by:

Mayank Kumar Sahu

पूर्व कलेक्टर से लेकर एडशनल एसपी तक शामिल, किसी ने प्राप्त की एमबीए की डिग्री तो किसी ने रुलर मैनेजमेंट में पाई मॉस्टर डिग्री, युवाओं के लिए अफसर बने मिशाल

IAS, IPS officer taking 'degree' as a student

IAS, IPS officer taking ‘degree’ as a student

मयंक साहू @ जबलपुर.

पढऩे लिखने की न तो कोई उम्र होती है न ही कोई बंधन। यदि कोई ठान ले तो वह अपने इरादों को आसानी से पूरा कर सकता है। चाहे वह प्रशासनिक फील्ड में रहकर काम कर रहा हो या फिर कोई प्राइवेट जॉब में हो। कुछ ऐसा ही कर दिखाया है जिले के उन आईएएस एवं आईपीएस प्रशासनिक अधिकारियों ने जिन्होंने न केवल प्रशासन चलाने के साथ-साथ अपनी शैक्षणिक योग्याताओं को भी इग्नू के जबलपुर रीजनल सेंटर के माध्यम से खुद ब खुद निखारते चले गए। जबलपुर में रहे पूर्व एडीशनल एसपी से लेकर कलेक्टर, डीआईजी तक शामिल हैं। आज ये अधिकारी युवाओं के लिए भी प्रेरणा के स्त्रोत हैं।
कुछ ने एक नहीं कई डिग्रियां की प्राप्त

कुछ प्रशासनिक अधिकारी ऐसे हैं जिन्होंने एक नहीं बल्कि दो से तीन बार अपनी योग्याताओं को बढ़ाया और अच्छे अंकों के साथ डिग्री प्राप्त की। आज भी इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय के माध्यम से अपनी योग्यताओं को निखारने में लगे हैं। चाहे वह शहर में हो या शहर से दूर हों लेकिन परीक्षा देने अवश्य पहुंचते हैं। कुछ तो ऐसे हैं जो कि गुपचुप रहकर पढ़ाई कर रहे हैं।
ढेरों कोर्स, बेहतरीन पढ़ाई के सोर्स

विदित हो कि इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय कामकाजी, नौकरी पेशा वर्ग की पढ़ाई के लिए एक बेहतरीन प्लेटफार्म हैं। क्षेत्रीय सहायक निदेशक विवेक श्रीवास्तव कहते हैं कि यहां 50 से अधिक सर्टिफिकेट कोर्स एवं पीजी कोर्स संचालित किए जा रहे हैं। इसकेअलावा 24 से अधिक उपाधि पाठयक्रम भी संचालित हैं। इसके अलावा कुछ शार्ट टर्म कोर्स भी संचालित होते हैं। हर वर्ग के लिए यह बेहतरीन प्लेटफार्म है।
केस-1

एडीशनएल एसपी साहू ने किया एमबीए

जबलपुर में पदस्थ रहे एडीशनल एसपी संजय साहू ने प्रशासिनक कार्य के साथ ही एमबीए की डिग्री भी प्राप्त की। सन 2009 के दौरान उन्होंने यह डिग्री प्राप्त की। इतना ही नहीं उन्होंने अपनी पत्नि नमिता को भी वर्ष 2015 में इग्नू के माध्यम से पढ़ाया और मॉस्टर ऑफ बिजिनस एडमिनिस्ट्रेशन की डिग्री रीजनल सेंटर से प्राप्त की।
केस-2

बामरा ने दी प्रवेश प्ररीक्षा हो गए पास

जबलपुर में डीआईजी रहे मकरंद देउस्कर ने वर्ष 2014-15 के दौरान हिस्ट्री पाठयक्रम में प्रवेश लिया और डिग्री हासिल की। इसी तरह जबलपुर में कलेक्टर रहे गुलशन बामरा ने एमबीए करने के लिए वर्ष 2012 में इग्नू के माध्यम से प्रवेश परीक्षा दी। प्रवेश परीक्षा में वे पास भी हो गए लेकिन एडमिशन नहीं ले सके।
केस-3

मंडला कलेक्टर ने ली मॉस्टर डिग्री

जबलपुर में कभी प्रशासनिक अधिकारी एवं मंडल कलेक्टर रहे जगदीश जटिया ने मॉस्टर ऑफ रुलर डिवलपमेंट में डिग्री प्राप्त की। वे इग्नू की नियमित कक्षाओं में भी शामिल हुए। उन्होंने पढ़ाई से नाता नहीं तोड़ा और अब एमए हिंदी से इग्नू के माध्यम से पढ़ाई कर रहे हैं
केस-4

राजेंद्रन कर रहे सायबर कोर्स

मंसूरी में लालबहादुर शास्त्री आईएएस अकादमी में डिप्टी डॉयरेक्टर एवं डिंडौरी, दतिया कलेक्टर रहे रहे रघुराज राजेंद्रन ने जबलपुर रीजनल सेंटर के माध्यम से इग्नू से जुड़े तीन पाठयक्रम पूरे कर चुके हैं। उन्होंने रुलर डिवलपमेंट में डिग्री प्राप्त की तो वहीं एमए इंग्लिश भी किया। वर्तमान में लॉ सायबर कोर्स कर रहे हैं।
-रीजनल सेंटर के माध्यम से बहुत से प्रशासनिक अफसरों ने अपनी डिग्री प्राप्त की। ऑनलाइन प्रक्रिया होने के कारण कई बार आवेदन की जानकारी नहीं लग पाती। जब हम परीक्षा केंद्र निरीक्षण करने पहुंचते हैं तब उस दौरान अधिकारी परीक्षा देते नजर आते हैं तब पता चलता है।
-एस श्रीनिवास, रीजनरल डॉयरेक्टर इग्नू सेंटर

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