जबलपुर

IIIT की पहल : सेमी कंडक्टर चिप की विश्वव्यापी कमी से जल्द मिलेगी निजात

IIIT की पहल : सेमी कंडक्टर चिप की विश्वव्यापी कमी से जल्द मिलेगी निजात
 

जबलपुरOct 07, 2022 / 02:56 pm

Lalit kostha

Semiconductor Chip

जबलपुर। सेमी कंडक्टर चिप की विश्वव्यापी कमी के बीच इसके निर्माण के लिए इंडियन इंस्टीट्यूट आफ इनफारमेंशन टेक्नोलाजी डिजाइन एडं मैन्युफै क्चरिंग (ट्रिपल आइटीडीएम) और फिलीपींस के विश्वविद्यालय ने हाथ बढ़ाया है। दोनों ही संस्थानों के छात्र सूचना का अदान-प्रदान कर चिप का निर्माण करेंगे। फिलीपींस सेमी कंडक्टर चिप निर्माण का हब माना जाता है।

ट्रिपल आइटीडीएम के प्रोफेसर जाएंगे फिलीपींस, फिर छात्रों की ट्रेनिंग
फिलीपींस यूनिवर्सिटी के साथ मिलकर करेंगे सेमी कंडक्टर चिप का निर्माण

भारत व फिलीपींस दोनों देशों के संस्थान के साथ आने से बड़ी उम्मीद जागी है। सेमी कंडक्टर चिप ऐसा इलेक्ट्रिक डिवाइस है, जिसकी जरूरत कार से लेकर लैपटॉप और टीवी से लेकर वाशिंग मशीन तक के लिए पड़ती है। इसकी दुनियाभर में भारी मांग है।

 

भारत का वाहन और इलेक्ट्रानिक कारोबार इसकी कमी से प्रभावित हो रहा है। ऐसे दौर में ट्रिपल आईटीडीएम और फिलीपींस यूनिवर्सिटी इस पर मिलकर काम शुरू करने जा रहे हैं। अगले माह से दोनों संस्थानों के साथ एक दल फैकल्टी और स्टूडेंट एक्सजेंच प्रोग्राम शुरू कर रहा है। ट्रिपल आईटीडीएम से प्रोफेसर का दल फिलीपींस जल्दी जाएगा। इसके बाद छात्रों को ट्रेनिंग के लिए भेजा जाएगा। बताया जाता है यूनिवर्सिटी आफ साइंस एडं टेक्नोलाजी सदर्न फिलीपींस (यूएसटीपी) के साथ हाल में हुए करार के बाद दोनों संस्थानों द्वारा तेजी से काम शुरू करने की तैयारी की जा रही है।

क्या है सेमी कंडक्टर चिप
विशेषज्ञों के मुताबिक सेमीकंडक्टर एक खास तरह का इलेक्ट्रिक सर्किट है। इसमें विद्युत के सुचालक और कुचालक के गुण होते हैं। ये विद्युत के प्रवाह को नियंत्रित करने का काम करते हैं। इनका निर्माण सिलिकॉन से होता है। इसमें कुछ विशेष तरह की डोपिंग को मिलाया जाता है, ताकि सुचालक के गुणों में बदलाव लाया जा सके। इससे इसके वांछनीय गुणों का विकास होता है और इसी पदार्थ का इस्तेमाल करके विद्युत सर्किट चिप बनाया जाता है।

 

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बेहतर होंगे इंजीनियर
सेमी कंडक्टर चिप की कमी से सबक लेते हुए केंद्र सरकार ने सालभर पहले निर्माण को बढ़ाने के लिए योजना शुरू की है। जिसके तहत कई कंपनियां इस दिशा में काम कर रही हैं। अब सेमी कंडक्टर निर्माण हब फिलीपींस के साथ आने से ट्रिपल आइटीडीएम संस्थान के शोध के काम में तेजी आने की संभावना है। इससे बेहतर इंजीनियर तैयार होंगे। जो देश के लिए बड़ा योगदान देंगे।

शोध कार्य बढ़ेंगे
प्रो. प्रवीण कोंडेकर ने यूनिवर्सिटी आफ साइंस एंड टेक्नॉलाजी फिलीपींस के साथ अकादमिक प्रोग्राम के तहत किए गए इस करार को बड़ी उपलब्धि बताया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सेमी कंडक्टर चिप डिजाइन में संस्थान को काफी मदद मिलेगी। विद्यार्थी वहां की फैकल्टी से तकनीकी जानकारी लेकर स्वदेश में सेमी कंडक्टर चिप डिजाइन को लेकर काम कर सकते हैं। सिर्फ यहीं नहीं रिसर्च, फैकल्टी को भी दोनों संस्थानों के बीच एक्सचेंज किया जाएगा।

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