कार्रवाई : शहर में जगह-जगह खुले अनाधिकृत कलेक्शन सेंटर में जड़े ताले
उडऩदस्ता टीम की जांच में खुलासा
शहर में निजी पैथोलॉजी सेंटर पर स्वास्थ्य विभाग का शिकंजा कसने के बाद बड़ी गड़बड़ी उजागर हो रही है। गढ़ा में मंगलवार को एक निजी कलेक्शन सेंटर को रंगे हाथ कोविड सैम्पल लेते पकड़े जाने के बाद बुधवार को छापे में चौंकाने वाला खुलासा हुआ। स्वास्थ्य विभाग की उडऩदस्ता टीम की जांच में पता चला कि मार्बल सिटी हॉस्पिटल के मरीजों की पैथोलॉजी जांच अवैध लैब में हो रही थी। यह लैब अस्पताल के ही बेसमेंट में है। उडऩदस्ता टीम ने सीएमएचओ कार्यालय का अनुमति पत्र मांगा तो पता चला कि लैब का स्वास्थ्य विभाग में पंजीयन ही नहीं है। जानकारी के अनुसार लैब ने शहर में जगह-जगह अनाधिकृत कलेक्शन सेंटर खोल रखे थे। इनकी जानकारी जुटाकार स्वास्थ्य विभाग की टीम सभी कलेक्शन सेंटर्स को भी बंद कराने की कार्रवाई कर रही है।
मार्सग्रेट पैथोलॉजी में जांच से जुड़ी कड़ी
स्वास्थ्य विभाग की टीम को रामपुर में मार्सग्रेट पैथोलॉजी के विरुद्ध शिकायत मिली थी। इसकी जांच के लिए चार डॉक्टरों की टीम बुधवार को पहुंची। पंजीयन संबंधी जानकारी मांगने पर बताया गया कि यह पैथ केयर का कलेक्शन सेंटर है। इसके बाद टीम पैथ केयर की लैब ढूंढ़ते हुए मार्बल सिटी हॉस्पिटल पहुंची। वहां से अन्य सेंटर्स की जानकारी मिली।
बोर्ड देख डॉक्टरों का सिर चकराया
मार्सग्रेट पैथोलॉजी का बोर्ड देखकर जांच अधिकारियों का सिर चकरा गया। बोर्ड में मार्सग्रेट पैथोलॉजी सेंटर के नीचे पैथ केयर, एसआरएल और थायरोकेयर का नाम और लोगो दर्ज था। बताया जा रहा है कि नामी कम्पनी के ब्रांड का उपयोग कर मरीजों से मोटा शुल्क वसूला जाता था।
मार्बल सिटी में अवैध रूप से चल रही लैब ने शहर में कई कलेक्शन सेंटर बना रखे थे। पता चला है कि हर जगह से सैम्पल मार्बल सिटी अस्पताल की बेसमेंट स्थित लैब में आते थे।
मार्बल सिटी हॉस्पिटल प्रबंधन द्वारा स्वास्थ्य विभाग को दिया गया जवाब चौंकाने वाला है। प्रबंधन के अनुसार अस्पताल का पैथ केयर लैब से आउटसोर्स एजेंसी के रूप में अनुबंध है। सैम्पल लाकर लैब में जांच करने की जानकारी नहीं है। इसकी जानकारी मिलते ही लैब संचालक को नोटिस दिया है।
– डॉ. रत्नेश कुररिया, सीएमएचओ