घट नहीं रहे उल्टी-दस्त, बुखार के मरीज
अस्पताल में मेडिसिन वार्ड में भर्ती मरीजों की संख्या अधिक है। उल्टी-दस्त और बुखार के मरीज लगातार सामने आ रहे है। जानकारों के अनुसार बारिश के बाद बदन में तेज दर्द के साथ बुखार की शिकायत बड़ी संख्या में हुई थी। मौसम बदलने के बाद लोग सर्दी-खांसी के साथ बुखार के शिकार हुए हैं। इसके अलावा टायफाइड, पीलिया, मलेरिया के मरीज भी लगातार सामने आ रहे हैं। चिकित्सक पहले से बीमार लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता प्रभावित होने के कारण बीमारियों के संक्रमण के प्रभावी होने की बात कह रहे हैं।
दूसरे वार्ड में भर्ती कराने पड़ रहे मरीज
सडक़ हादसे और हेड इंज्यूरी के केस बढऩे से अस्पताल के सर्जरी वार्ड में मरीजों की कतार है। सूत्रों के अनुसार दुर्घटना में घायल होकर अस्पताल पहुंचने वालों की संख्या लगातार बढ़ रही है। सर्जरी वार्ड के फुल होने पर इनके मरीजों को अस्पताल के दूसरे विभागों के खाली पड़े बिस्तर में भर्ती करने की जरूरत पड़ रही है। गायनिक वार्ड में भी मरीजों का भारी दबाव है।
यह है स्थिति
– 01 हजार बिस्तर हैं मेडिकल कॉलेज अस्पताल में
– 01 हजार 45 मरीज भर्ती हैं (आइसीयू के मरीज मिलाकर)
– 05 से 650 मरीज भर्ती रहते थे पिछले साल तक हेल्दी सीजन में
– 04 विभाग (मेडिसिन, सर्जरी, गायनिक, न्यूरो सर्जरी) में बिस्तर के लिए मारामारी
– 60 से 70 प्रतिशत मरीज, कुल में से इन्हीं चार विभागों से सम्बंधित भर्ती
मरीज बढऩे की वजह
– दुर्घटना की बढ़ती संख्या।
– मौसमी संक्रमण का फैलाव।
– नए वार्ड, सुविधा में विस्तार।
– नई सरकारी योजनाएं लागू होना।
– नि:शुल्क दवा के बजट में वृद्धि।
– सम्भाग के हर हिस्से बिगड़े और गम्भीर केस रेफर होकर आना।
बेहतर उपचार सुनिश्चित कर रहे है-
मेडिकल अस्पताल में अधीक्षक डॉ. राजेश तिवारी के अनुसार अस्पताल में स्वास्थ्य सुविधाओं में लगातार विकास हो रहा है। उपचार के लिए एक हजार से अधिक मरीज भर्ती है। सभी का बेहतर उपचार सुनिश्चित किया जा रहा है। आमतौर पर इस सीजन में मरीज कम होते है। बिस्तर खाली रहते थे। लेकिन, इस बार विंटर सीजन में भी बिस्तर खाली नहीं रहे हैं।