नहीं दिया जवाब, अब जुर्माना वसूलने की तैयारी
जवाब नहीं देने पर इस अघोषित आय पर टैक्स के साथ भारी भरकम जुर्माना वसूलने की भी तैयारी की जा रही है। आयकर विभाग के सूत्रों के अनुसार कई व्यापारियों और उद्योगपतियों ने अपनी आय छिपाने के लिए दूसरों के खातों में पुराने नोट जमा कराकए थे। इन खातों की जांच में पता चला कि जितना पैसा जमा किया गया, उस हिसाब से उनकी आय नहीं थी। इसलिए ऐसे खातों को आयकर विभाग ने अपने राडार पर ले लिया। ज्ञात हो कि जिले में 400 से ज्यादा ऐसे खातों की जानकारी मिली है, जिनमें करोड़ों रुपए जमा किए गए। इस राशि की जानकारी विभाग को नहीं दी गई। उन्हें 31 दिसम्बर तक जवाब देने के लिए कहा गया है।
जवाब नहीं देने पर इस अघोषित आय पर टैक्स के साथ भारी भरकम जुर्माना वसूलने की भी तैयारी की जा रही है। आयकर विभाग के सूत्रों के अनुसार कई व्यापारियों और उद्योगपतियों ने अपनी आय छिपाने के लिए दूसरों के खातों में पुराने नोट जमा कराकए थे। इन खातों की जांच में पता चला कि जितना पैसा जमा किया गया, उस हिसाब से उनकी आय नहीं थी। इसलिए ऐसे खातों को आयकर विभाग ने अपने राडार पर ले लिया। ज्ञात हो कि जिले में 400 से ज्यादा ऐसे खातों की जानकारी मिली है, जिनमें करोड़ों रुपए जमा किए गए। इस राशि की जानकारी विभाग को नहीं दी गई। उन्हें 31 दिसम्बर तक जवाब देने के लिए कहा गया है।
स्टॉक नहीं, दिखा दी बिक्री
आयकर विभाग ने जिन खाताधारकों को नोटिस भेजा है, उनमें कुछ ज्वेलर्स भी शामिल हैं। सूत्रों ने बताया कि नोटबंदी के दौरान ज्वेलर्स की बिक्री की बात कहकर लाखों रुपए अपने खातों में जमा कराए थे। जबकि जांच में पता चला है कि उनके पास स्टॉक ही नहीं था। नोटबंदी के समय आयकर विभाग ने दर्जनों ज्वेलर्स के यहां छापा मारा था। अब उन्हीं प्रकरणों के आधार पर रिकवरी निकाली जा रही है।
आयकर विभाग ने जिन खाताधारकों को नोटिस भेजा है, उनमें कुछ ज्वेलर्स भी शामिल हैं। सूत्रों ने बताया कि नोटबंदी के दौरान ज्वेलर्स की बिक्री की बात कहकर लाखों रुपए अपने खातों में जमा कराए थे। जबकि जांच में पता चला है कि उनके पास स्टॉक ही नहीं था। नोटबंदी के समय आयकर विभाग ने दर्जनों ज्वेलर्स के यहां छापा मारा था। अब उन्हीं प्रकरणों के आधार पर रिकवरी निकाली जा रही है।