महंगा पड़ेगा कचरे का अम्बार, संक्रामक बीमारियों का खतरा बढ़ा
जबलपुरPublished: Mar 30, 2020 06:26:20 pm
सफाई कर्मचारी नियमित रूप से नहीं पहुंच रहे
जबलपुर. लॉकडाउन होते ही नगर निगम प्रशासन ने अपने सभी कर्मचारी और संसाधन लगाकर शहर को साफ दिखाने की भरपूर मशक्कत की। लेकिन, पिछले तीन-चार दिनों से कोताही की जा रही है। आलम यह है कि सफाई कर्मचारी नियमित रूप से सफाई के लिए नहीं पहुंच रहे हैं। जिन अधिकारियों पर सफाई व्यवस्था की मॉनीटरिंग का जिम्मा है, वे भी नजर नहीं आ रहे हैं। लिहाजा एक बार फिर गली-मोहल्लों और सड़कों पर कचरे का अम्बार लग गया है। इससे एक बार फिर संक्रामक बीमारियों का खतरा बढ़ गया है। एस्सेल कम्पनी ने अक्टूबर 2016 से शहर में डोर-टू-डोर कचरा कलेक्शन का काम लिया था। कम्पनी ने 225 टिपर वाहन सहित अन्य हाइड्रोलिक डम्पर लगाए हैं। नगर निगम की ओर से भी उसे 100 टिपर दिए हुए हैं। पुराने ठेकेदार की तुलना में पांच गुना अधिक दर पर नगर निगम शहर से कचरा उठवा रहा है। इसके बावजूद आए दिन कर्मचारियों को वेतन भुगतान का मसला सामने आता है। इसका खामियाजा शहरवासियों को गंदगी के अंबार के रूप में झेलना पड़ रहा है। गत वर्ष संक्रामक बीमारियों से शहर में तीन सौ लोगों की जान गई थी। इससे भी अधिकारी कोई सबक नहीं ले रहे हैं।
सब्जी मंडी में भी गंदगी
शहर का एक भी वार्ड ऐसा नहीं है, जहां गंदगी न फैली हो। यही हाल सब्जी मंडी का है। मंडी की सफाई नहीं होने से सब्जी की दुकानों के इर्दगिर्द कचरा फैला हुआ है।