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भाजपा-कांग्रेस के मंसूबे पर पानी फेरने को बेकरार निर्दलीय और तीसरा दल

locationजबलपुरPublished: Apr 03, 2019 01:58:59 am

Submitted by:

santosh singh

निर्दलीय और तीसरा दल वोटकटवा की छवि तोडऩे को बेकरार, सिर्फ एक बार दिखा है दमवर्ष 1996 में सबसे अधिक 38 तो 1957 में सिर्फ तीन ने चुनाव लड़ा

निर्दलीय और तीसरा दल वोटकटवा की छवि तोडऩे को बेकरार,

निर्दलीय और तीसरा दल वोटकटवा की छवि तोडऩे को बेकरार,

जबलपुर। जिले में लोकसभा चुनाव में भले ही मतदाता मुख्य मुकाबला भाजपा व कांग्रेस के बीच ही मानते हैं। बावजूद इसके हर चुनाव में बड़ी संख्या में निर्दलीय और तीसरे दल के प्रत्याशी भी दम दिखाने से पीछे नहीं रहते। पहले आम चुनाव से लेकर 2014 तक की बात करें तो हर चुनाव में प्रमुख पार्टियों के साथ-साथ बड़ी संख्या में निर्दलीय प्रत्याशी भी सियासी चुनौती देते रहे हैं। जिले में तीसरे दल के तौर पर बसपा ने ही कुछ जगह बनायी है। पिछले कुछ चुनाव में बसपा प्रत्याशी को चार से पांच प्रतिशत के लगभग वोट मिलते रहे हैं। अभी तक निर्दलीय व तीसरा दल वोटकटवा की छवि से बाहर नहीं आ पाए हैं। इस बार के लोकसभा चुनाव में भी कई प्रत्याशी निर्दलीय मैदान में उतरने की तैयारी में हैं।
पहले आम चुनाव में दो लोकसभा सीट पर ये रहा मुकाबला-
वर्ष-1951
जबलपुर-मंडला साउथ-कुल प्रत्याशी-06
कांग्रेस-35.88 प्रतिशत
कांग्रेस -30.53 प्रतिशत
एसपी-13.19 प्रतिशत
तीन अन्य-4 से आठ प्रतिशत
जबलपुर उत्तर- कुल प्रत्याशी-04
कांग्रेस-44.61 प्रतिशत
निर्दलीय-26.94 प्रतिशत
दो अन्य-12 से 15 प्रतिशत
पहले आम चुनाव में जिले के दोनों लोकसभा सीट से कुल दस प्रत्याशी चुनाव में उतरे थे। कांग्रेस प्रत्याशियों को छोड़ दे तो दक्षिण सीट से सोशलिस्ट पार्टी के खुम्मन सिंह को 13.19 प्रतिशत वोट मिले थे। वहीं उत्तर सीट से कांग्रेस के विजयी प्रत्याशी सुशील कुमार निर्दलीय प्रत्याशी रामदास ने चुनौती दी थी। तब उन्हें 27 प्रतिशत के लगभग वोट मिले थे। इसके बाद से जिले में कोई ऐसा चुनाव नहीं आया, जब निर्दलीय या तीसरे दल के प्रत्याशी को दस प्रतिशत वोट भी मिले हों।

निर्दलीय और तीसरे दल के प्रत्याशी भी दम दिखाने से पीछे नहीं
IMAGE CREDIT: patrika

सबसे रोचक मुकाबला रहा 1996 में-
वर्ष-1996-कुल प्रत्याशी-38
भाजपा-49.09 प्रतिशत
कांग्रेस-31.17 प्रतिशत
बीएसपी-6.33 प्रतिशत
एआइआइसी(टी)-5.35 प्रतिशत
34 प्रत्याशी-01 प्रतिशत से कम
वर्ष 1996 का चुनाव जबलपुर के इतिहास में सबसे अधिक प्रत्याशियों वाला रहा। जब 38 प्रत्याशी मैदान में थे। इसमें सबसे अधिक संख्या निर्दलीय प्रत्याशियों की रही। हालांकि मुख्य मुकाबला भाजपा व कांग्रेस प्रत्याशी के बीच ही रहा। तीसरे दल के तौर पर बसपा प्रत्याशी छह प्रतिशत के लगभग वोट मिले थे। 34 प्रत्याशियों तो एक प्रतिशत भी वोट नहीं पा सके।
सिर्फ तीन प्रत्याशी मैदान में उतरे
वर्ष-1957-कुल प्रत्याशी-03
कांग्रेस-58.18 प्रतिशत
पीएसपी-30.54 प्रतिशत
बीजेएस-10.65 प्रतिशत
वहीं सबसे कम प्रत्याशी की बात करें तो दूसरे आम चुनाव में दिखा। जब सिर्फ तीन प्रत्याशी ही मैदान में उतरे। तब तीसरे दल के तौर पर बीजेएस को दस प्रतिशत के लगभग वोट मिले थे। वर्ष 2014 में कुल 15 प्रत्याशियों में 11 को एक प्रतिशत से कम वोट मिला था।
अन्य लोकसभा चुनाव में इस तरह घटते-बढ़ते रहे प्रत्याशी-
वर्ष-1962-कुल प्रत्याशी-05
कांग्रेस-53.69 प्रतिशत
जेएस-25.22 प्रतिशत
आइएनडी-4.96 प्रतिशत
आरआरपी-4.91 प्रतिशत

वर्ष 1967-कुल प्रत्याशी-06
कांग्रेस-51.33 प्रतिशत
बीजेएस-27.50 प्रतिशत
आइएनपी-8.92
अन्य तीन प्रत्याशी-03 से 5 प्रतिशत

वर्ष-1977-कुल प्रत्याशी-04
बीएलडी-59.10 प्रतिशत
कांग्रेस-36.04 प्रतिशत
दो निर्दलीय-03 प्रतिशत से कम

वर्ष-1980-कुल प्रत्याशी-13
कांग्रेस आइ-53.01 प्रतिशत
जेएनपी-29.17 प्रतिशत
जेएनपी-9.30
निर्दलीय-1.46
04 प्रत्याशी-01 प्रतिशत से कम

वर्ष 1984-कुल प्रत्याशी-14
कांग्रेस-61.43 प्रतिशत
बीजेपी-32.18 प्रतिशत
12 प्रत्याशी-01 प्रतिशत से कम

वर्ष-1989-कुल प्रत्याशी-26
भाजपा-55.49 प्रतिशत
कांग्रेस-34.82 प्रतिशत
निर्दलीय-3.32 प्रतिशत
23 प्रत्याशी-01 प्रतिशत से कम

वर्ष -1991-कुल प्रत्याशी-25
कांग्रेस-44.20 प्रतिशत
भाजपा-42.47 प्रतिशत
जेडी-7.12 प्रतिशत
बीएसपी-1.88 प्रतिशत
निर्दलीय-1.01 प्रतिशत
20 प्रत्याशी-01 प्रतिशत से कम

वर्ष-1998-कुल प्रत्याशी-10
भाजपा-46.86 प्रतिशत
कांग्रेस-33.75 प्रतिशत
जेडी-9.06 प्रतिशत
बीएसपी-7.12 प्रतिशत
निर्दलीय-2.33
05 प्रत्याशी-01 प्रतिशत से कम

वर्ष-1999-कुल प्रत्याशी-10
भाजपा-56.88 प्रतिशत
कांग्रेस-36.12 प्रतिशत
बीएसपी-4.58 प्रतिशत
एनसीपी-1.20 प्रतिशत
06 प्रत्याशी-01 प्रतिशत से कम

वर्ष-2004-कुल प्रत्याशी-14
भाजपा-54.54 प्रतिशत
कांग्रेस-37.12 प्रतिशत
बीएसपी-2.96 प्रतिशत
निर्दलीय-1.20 प्रतिशत
10 प्रत्याशी-01 प्रतिशत से कम

वर्ष-2009-कुल प्रत्याशी-11
भाजपा-54.29 प्रतिशत
कांग्रेस-37.56 प्रतिशत
बीएसपी-3.33 प्रतिशत
निर्दलीय-1.14 प्रतिशत
07 प्रत्याशी-01 प्रतिशत से कम

वर्ष 2014-कुल प्रत्याशी-15
भाजपा-56.34 प्रतिशत
कांग्रेस-35.52 प्रतिशत
गोंगपा-5.11 प्रतिशत
बीएसपी-2.15 प्रतिशत
11 प्रत्याशी-01 प्रतिशत से कम

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