यह उद्गार बेणेश्वर धाम पर राधाकृष्ण मंदिर के जीर्णोद्वार व गोशाला निर्माण के लिए अंतरराष्ट्रीय ख्यातिप्राप्त भागवत मर्मज्ञ रमेशभाई ओझा ने भागवत कथा के अंतिम दिन रविवार को धर्मसभा के दौरान कहे। इस दौरान राजनेता, साधु संत सहित हजारों श्रद्धालुओं ने भागवत सरिता में गोते लगाए।
सद्कर्म से भवसागर पार
उन्होंने कहा कि मनुष्य सांसारिक जीवन में सत्संग, सद्कर्म, सत्य का मार्ग अपनाकर भावी जीवन को साकार कर सकता है। सुख-दु:ख, भय जन्म मनुष्य के कर्म पर निर्भर रहते हैं। उन्होंने कहा कि संत मावजी की इस लीलास्थली पर किए कर्म से सदैव सुफल प्राप्ति होती है। उन्होंने कथा में कहा कि सच्चे कर्म करने से ईश्वर हमेशा साथ रहता है। कर्म के बिना वह हमारे साथ नहीं होता। गीता ज्ञान, कर्म और दर्शन को बताती है।
उन्होंने कहा कि मनुष्य सांसारिक जीवन में सत्संग, सद्कर्म, सत्य का मार्ग अपनाकर भावी जीवन को साकार कर सकता है। सुख-दु:ख, भय जन्म मनुष्य के कर्म पर निर्भर रहते हैं। उन्होंने कहा कि संत मावजी की इस लीलास्थली पर किए कर्म से सदैव सुफल प्राप्ति होती है। उन्होंने कथा में कहा कि सच्चे कर्म करने से ईश्वर हमेशा साथ रहता है। कर्म के बिना वह हमारे साथ नहीं होता। गीता ज्ञान, कर्म और दर्शन को बताती है।
भागवत एंटीवायरस कथा के दौरान धर्मसभा में ओझा कहा कि कलियुग में मनुष्य जीवन में काम क्रोध, मोह, माया, राग, द्वैष सहित अन्य वायरस आते हैं। इन्हें दूर करने के लिए भागवत कथा मनुष्य जीवन में एन्टीवायरस की तरह अपनी भूमिका निभाती है। उन्होंने सत्ता पक्ष व विपक्ष के राजनेताओं से कहा कि धार्मिक स्थलों के विकास में प्रतिस्पर्धा होनी चाहिए। इसके लिए विकास मंत्रालय भी होना चाहिए। यह मंत्रालय सांस्कृतिक विभाग के अधीन हो।
कथा के अंत में ओझा ने कामना की कि बेणेश्वर धाम पर कथा के उद्देश्य, मंदिर निर्माण व गोशाला निर्माण शीघ्र पूर्ण हो। मंहत अच्युतानंद ने कहा कि व्यासपीठ के लिए शब्द नही भाव ही हैं। कथा के माध्यम से संस्कार,आदर्श धर्म की महिमा बढ़ेगी। मंहत ने व्यासपीठ को राधाकृष्ण की तस्वीर भेंट की। इस दौरान पांडाल में श्रद्धालु भाव विभोर हो गए।
यज्ञ की पूर्णाहुति इससे पूर्व विष्णुयज्ञ व 51 कुण्डीय गायत्री यज्ञ के मुख्य यजमान शंकरलाल त्रिवेदी व परिवार, पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, बागीदौरा विधायक महेन्द्रजीतसिंह मालवीया, जिलाप्रमुख रेशम मालवीया ने व्यासपीठ व मंहत अच्युतानंद के सान्निध्य में यज्ञवेदी में आहुतियां दी। गहलोत ने राधाकृष्ण मंदिर, शिवालय सहित अन्य मंदिरों मे दर्शन किए।
मास्टर प्लान का खाका भेंट विधायक गोपीचंद ने व्यासपीठ को प्रदेश सरकार की ओर से 255 करोड़ की लागत से बेणेश्वर धाम के विकास के लिए तैयार किया मास्टर प्लान भेंट किया। उन्होंने मावजी की लीलाओं पर आधारित वागड़ी में भजन गाया। वहीं विधायक मालवीया ने भी मावजी के जयकारों के बीच भजन गाया और कांगे्रस सरकार के दौरान बेणेश्वर, मानगढ़, घोटिया आंबा आदि पर कराए कार्यों का उल्लेख किया।
इस अवसर पर कनकमल कटारा, बलवन्तसिंह, गजेन्द्र भावासार, परशुराम भावसार, विष्णु उपाध्याय, भूपेन्द्र पण्ड्या, नरेन्द्र चौबीसा, राजेश जानी, इन्द्रवीरसिंह चौहान, लक्ष्मीनारायण शर्मा, गिरधर पण्ड्या सहित बड़ी संख्या में भक्तजन शामिल रहे।