जीसीएफ को 18 तोप का इंडेंट
स्वीडन की बोफोर्स को अपग्रेड करके धनुष तोप का निर्माण किया गया है। इसका निर्माण गन कैरेज फैक्ट्री में किया गया है। इसलिए इसे स्वेदशी बोफोर्स के नाम से भी पहचाना जाता है। धनुष के निर्माण में जबलपुर गन कैरेज फैक्ट्री में ही किया गया है। तोप की मूल निर्माता गन कैरिज फैक्ट्री (जीसीएफ) को बोर्ड पहले ही 18 तोप बनाने के लिए इंडेंट जारी कर चुका है।
4 हजार राउंड फायर
स्वदेशी बोफोर्स 155 एमएम 45 कैलीबर धनुष तोप का प्रोजेक्ट लम्बे समय से चल रहा है। इसी माह दूसरे राउंड की फायरिंग के बाद इसका फैक्ट्री में उत्पादन शुरू होगा। उत्पादन के बाद इसे बोर्ड लॉन्च कर देगा। स्वीडन की बोफोर्स को अपग्रेड कर बनाई गई धनुष तोप से चार हजार से ज्यादा राउंड फायर किए जा चुके हैं।
इस साल लांचिंग
ऑर्डनेंस फैक्ट्री बोर्ड के चेयरमैन एसके चौरसिया के अनुसार धनुष तोप का हाल में परीक्षण किया गया। परिणाम आशानुरूप हैं। जल्द ही दूसरे राउंड की फायरिंग होगी। हमें पूरी उम्मीद है कि यह भी सफल होगी। प्रयास कर रहे हैं कि इस साल धनुष तोप को लॉन्च कर दिया जाए।
बैरल फटने से हुई थी चर्चा
जीसीएफ में तैयार धनुष गन का ट्रायल के दौरान बैरल फट गया था। इस घटना के बाद धनुष तोप को लेकर काफी चर्चा हुई थी। लंबी-जांच पड़ताल में तोप का का बैरल कानपुर गन कैरेज फैक्ट्री में तैयार होने की जानकारी सामने आयी थी। सूत्रों के अनुसार इसके बाद बैरल में तोप की बैरल की डिजाइन की तकनीकी खामी को भी दूर कर लिया गया है।