मझगवां के पास चले पत्थर
ट्रेन क्रमांक 11062 पवन एक्सप्रेस बुधवार को दरभंगा से मुंबई की ओर जा रही थी। मानिकपुर से सतना की ओर जा रही ट्रेन पर अचानक पत्थरबाजी शुरू हो गई। यात्रियों के अनुसार पत्थरबाजी की घटना मझगवां स्टेशन के आसपास की है। इस दौरान ट्रेन तेज गति से पटरियों पर दौड़ रही थी। इसके चलते अधिक पत्थर ट्रेन पर नहीं गिर पाए।
एसी कोच की खिड़की फूटी
यात्रियों के मुताबिक पत्थरबाजों के निशाने पर ट्रेन के एसी कोच थे। उन्होंने ट्रेन के आते ही एसी कोच की ओर से तेज गति से पत्थर फेंकने शुरू कर दिए। पत्थरों का प्रहार इतना तेज का था कि ट्रेन के बी-1 कोच के खिड़की का कांच फूट गया। इससे कोच में सवार यात्री घबरा गए। ट्रेन के जबलपुर पहुंचने पर आरपीएफ ने यात्रियों के बयान दर्ज किए।
बाल-बाल बचे यात्री
यात्रियों के अनुसार ट्रेन की रफ्तार अधिक होने के कारण इस घटना में यात्री बाल-बाल बच गए। यात्रियों ने बताया कि पत्थरबाजों ने एसी कोच पर पत्थर चलाए। जैसे-जैसे ही पत्थर चलने शुरू हुए पीछे के बाकी कोच के यात्रियों ने खिड़की बंद कर ली। इससे पत्थर अंदर नहीं आ सके। यात्रियों के अनुसार ट्रेन की रफ्तार संबंधित स्थान पर कम होने पर पत्थरबाजों को अधिक समय मिलता। ज्यादा समय तक पत्थर बरसने से यात्री चोटिल हो सकते थे।
लगातार हो रही घटना
इलाहबाद-कटनी रेलखंड पर ट्रेन में पत्थर बरसाए जाने की यह कोई पहली घटना नहीं है। इस रेलखंड पर लगातार पत्थरबाजी की घटनाएं सामने आ रही है। पवन एक्सप्रेस से पहले भी दूसरी ट्रेनें पत्थरबाजी का शिकार हुई है। लेकिन हर घटना के बाद जांच होने और आरोपितों के पकड़े नहीं जाने से ये मामले अब बढऩे लगे है। हालांकि आरपीएफ ने पवन एक्सप्रेस की घटना में प्रकरण दर्ज करने के बाद पत्थर फेंकने वालों का पता लगाने के प्रयास तेज कर दिए है।