इनकी हुई पहचान
जानकारी के अनुसार रेलवे ने रेलमंत्री पीयूष गोयल के निर्देश पर देश के सभी जोन, कारखानों में लम्बे समय से अनधिकृत तरीके से अनुपस्थित 13 हजार से ज्यादा कर्मचारियों की पहचान की है। पमरे पहुंचे आदेश में कहा गया है कि नियमानुसार प्रक्रिया का पालन करते हुए अनधिकृत तरीके से अनुपस्थित कर्मचारियों की सेवा समाप्त करने की कार्रवाई की जाए। पमरे में सीपीआरओ गुंजन गुप्ता के अनुसार लम्बे समय से अनुपस्थित कर्मचारियों को सेवामुक्त करने सम्बंधी जो भी निर्देश रेलवे बोर्ड से प्राप्त होंगे, उनका पालन किया जाएगा।
वर्षों से पता नहीं
जबलपुर डिवीजन के 150 से ज्यादा कर्मचारी लम्बे समय से ड्यूटी से गायब बताए जा रहे हैं। जीएम कार्यालय के भी ३६ कर्मचारी एेसे बताए जा रहे हैं। पमरे में यह आंकड़ा चार सौ के पार है। जबलपुर डिवीजन के कई कर्मचारी वर्षों से ड्यूटी से गायब हैं। इनमें लोको पायलट, इंजीनियर, टीटीई, टीसी, गैंगमैन, फिटर, हेल्पर, खलासी शामिल हैं। कई पर मेजर चार्जशीट देने की कार्रवाई भी की जा चुकी है।
10 हजार पद रिक्त
पमरे में लगभग 10 हजार पद रिक्त हैं। पद खाली होने व अनुपस्थित कमज़्चारियों के ड्यूटी पर न आने से मौजूदा कमज़्चारियों पर वकज़्लोड बढ़ गया है। पमरे में 68 हजार स्वीकृत पद में वतज़्मान में 56 हजार पदस्थ हैं। जबलपुर डिवीजन में भी 19500 स्वीकृत पदों के मुकाबले 18145 कमज़्चारी ही पदस्थ हैं। डिवीजन में 1355 पद रिक्त हैं।
जबलपुर डिवीजन के ड्यूटी से गायब कमीज़्
सहायक/लोको पायलट- 27
टीटीई,टीसी- 08
इंजीनियर- 03
गैंगमैन- 37
हेल्पर- 06
लिपिक- 04
एसएंडटी कमीज़्- 35
एनकेजे- 27