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ordnance factory strike : आयुध निर्माणियों में निजीकरण का विरोध,पूरे देश में एक महीने तक कर्मचारी रहेंगे हड़ताल पर- see video

locationजबलपुरPublished: Aug 17, 2019 11:39:28 am

Submitted by:

Lalit kostha

20 अगस्त से 19 सितम्बर तक कर्मचारी हड़ताल पर रहेंगे। कर्मचारी संगठनों ने इसे देश की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ की बात कही है। उनका कहना है कि कर्मचारियों के हितों को छोडकऱ सरकार निजीकरण से प्राइवेट कंपनियों को फायदा देने जा रही हैं।

army guns bombs and artillery production stopped

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जबलपुर। आयुध निर्माणी के कर्मचारियों ने एक महीने की हड़ताल पर जाने का फैसला कर लिया है। हम ये नहीं कह रहे हैं कि वे देश के साथ नहीं है, बल्कि वे हर पल देश की चिंता करते हैं। आयुध निर्माणियों में निर्माण न करने की वजह सरकार द्वारा लिया गया निजीकरण का फैसला है। जिसके खिलाफ देश की सभी निर्माणियां लामबंद हो गई हैं। 20 अगस्त से 19 सितम्बर तक कर्मचारी हड़ताल पर रहेंगे। कर्मचारी संगठनों ने इसे देश की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ की बात कही है। उनका कहना है कि कर्मचारियों के हितों को छोडकऱ सरकार निजीकरण से प्राइवेट कंपनियों को फायदा देने जा रही हैं। इस हड़ताल में देश की सभी आयुध निर्माणी के कर्मचारी शामिल हुए हैं। सभी कर्मचारी संगठनों ने इस हड़ताल का सामूहिक निर्णय लिया है।

– आयुध निर्माणियों के कर्मचारी सडक़ पर उतरे, लम्बा जाम लगा
– निगमीकरण का विरोध, एक घंटे यातायात रहा बाधित

‘सुरक्षा संस्थानों का निजीकरण सुरक्षित नहीं है। देश की सुरक्षा से खिलवाड़ न हो। आयुध निर्माणियों के निगमीकरण पर हर हाल में रोक लगे।’ इन मागों को लेकर आयुध निर्माणियों के कर्मचारी यूनियन शुक्रवार को सडक़ पर उतर आए। खमरिया फै क्ट्री, वीकल, जीसीएफ, जीआईएफ के कर्मचारियों ने वीकल मोड़ के पर प्रदर्शन किया। इस दौरान शाम 5.30 से 6.30 बजे के बीच सडक़ पर लम्बा जाम लग गया। इस दौरान जीसीएफ-रांझी मार्ग पर यातायात पूरी तरह से थम गया।
सभा को सम्बोधित करते हुए कर्मचारी नेता नरेंद्र तिवारी, अरुण दुबे ने कहा कि 20 अगस्त से जबलपुर की आयुध निर्माणियों के कर्मचारी हड़ताल पर जाएंगे। इसे लेकर कार्ययोजना बनाई जा चुकी है। हड़ताल में सभी संगठनों से जुड़े कर्मचारी शामिल होंगे। निगमीकरण के विरोध में प्रदर्शन में कर्मचारी नेता रामप्रवेश, आनंद शर्मा, जयमूर्ति मिश्रा,अर्नब दास गुप्ता समेत पांच सौ से ज्यादा कर्मचारी शामिल थे।