अब सबसे बड़ी जरुरत औद्योगिक भूमि की है। जबलपुर में इसकी भरपूर उपलब्धता है। इसलिए एक चरगवां के पास उमरिया-डुंगरिया औद्योगिक क्षेत्र में एक बडे़ समूह ने अपनी दस्तक दी है। यह समूह अंतरराष्ट्रीय शीतल पेय कंपनी के लिए उत्पाद तैयार करेगा। यहां शीतल पेय तैयार होने के साथ ही उसकी बॉटलिंग की जाएगी। इसी प्रकार फ्रूट जूस भी बनेगा। इस यूनिट में 200 करोड़ रुपए से ज्यादा के निवेश होने जा रहा है। वहीं लगभग 150 लोगों को रोजगार मिलेगा।
50 एकड़ जमीन का आवंटन
जिले के किसी इंडस्ट्रीयल एरिया में यह पहली यूनिट होगी जिसे करीब 50 एकड़ जमीन मध्यप्रदेश इंडस्ट्रीयल डेवपलपमेंट कारपोरेशन (एमपीआइडीसी) ने आवंटित की है। इससे पहले लगभग 45 एकड़ जमीन मंडला और जबलपुर जिला की सीमा पर मनेरी इंडस्ट्रीयल एरिया में स्थापनाधीन इंडियन ऑयल कारपोरेशन लिमिटेड के बॉटलिंग प्लांट को दी गई थी। सूत्राें ने बताया कि इस बॉटलिंग प्लांट का ट्रायल प्रारंभ हो गया है। इसी प्रकार मनेरी में ही गद्दा तैयार करने वाली एक बड़ी कंपनी अपनी इकाई लगा रही है। इसके लिए करीब 30 एकड़ जमीन एमपीआइडीसी ने आवंटित की है। इसमें भी 100 करोड़ से ज्यादा के निवेश के साथ ही 60 से 70 लोगों को रोजगार मिल सकता है।

- जिले में निजी क्षेत्र के करीब 10 वृहद उद्योग।
- 25 सौ से ज्यादा लोगों को मिला है रोजगार।
- इन उद्योगों में करीब 800 करोड़ का है निवेश।
- सरकारी क्षेत्र में हैं चार आयुध निर्माणिया।
- 15 हजार के करीब कर्मचारी हैं संस्थानों में।
- टेलीकॉम फैक्ट्री में करीब 1 हजार रोजगार।