पड़ोसी गांव का है आरोपित
पुलिस के अनुसार रेप की शिकार 12 वर्षीय बालिका कक्षा ६वीं की छात्रा है। बुधवार को वह घर पर अकेली थी, तभी पड़ोस के गांव का संतोष कहार उसके घर पहुंचा और उसे बातों में बहला-फुसलाकर जंगल में ले गया, जहां उसने उसके साथ दुराचार किया। बालिका जैसे-तैसे घर लौटी और रोते हुए परिजनों को आपबीती सुनाई। परिजनों ने गुरुवार दोपहर मामले की रिपोर्ट करेली थाने में दर्ज कराई। बालिका की रिपोर्ट पर पुलिस ने आरोपित संतोष कहार के विरुद्ध धारा 376, 376-2 एन, 376-2 आई, 363, 366 (क) व पास्को एक्ट के तहत मामला दर्ज किया। आरोपित संतोष कहार (२२ वर्ष) को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उसे न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है।
अस्पताल में अमानवीयता
पैशाचिक कृत्य का शिकार हुई बालिका के साथ अस्पताल में जो हुआ। उसके बारे में सुनकर ही लोगों का मन व्यथित हो गया। बताया गया है कि थाने से एक महिला सब इंस्पेक्टर व परिजनों के साथ बालिका को मुलाहजे के लिए करेली सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र भेजा गया, जहां उसकी जांच और मेडिकल परीक्षण के लिए कोई चिकित्सक उपलब्ध नहीं था। चिकित्सक के पहुंचने के बाद बेटी को आंचल में छिपाए उसके परिजन घंटों तक अस्पताल परिसर के बाहर बैठे रहे। करीब 15 घंटे बाद उसके मेडिकल परीक्षण की प्रक्रिया शुरू की गई। परीक्षण के उपरांत देर शाम बालिका वापस अपने गांव लौटी। लोगों का कहना है कि सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में पीडि़तों को इसी तहर जिल्लत सहन करनी पड़ रही है। अफसर जानकर भी अनजान बने हुए हैं।