इनायत अली ने बताया कि गाजीपुर नुनहारा निवासी सोनू पासवान पत्नी प्रेमशीला और छह वर्षीय बेटी शिवन्या के साथ कल्याण से बनारस जा रहे थे। सफर के दौरान उनकी बेटी का स्वास्थ्य बिगड़ गया। ट्रेन के जबलपुर स्टेशन पहुंचने पर वे बेटी को अस्पताल ले गए। वहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
सोनू और उसकी पत्नी प्रेमशीला के समक्ष बेटी के अंतिम संस्कार का संकट आ गया। यह जानकारी गरीब नवाज कमेटी को मिली। कमेटी के लोग भी अस्पताल पहुंचे। वे मासूम के शव को रानीताल मुक्तिधाम ले गए, जहां उसका अंतिम संस्कार किया गया।
इधर, बढ़ई के घर से पांच लाख की सागौन की लकड़ी जब्त
वहीं दूसरी ओर एक अन्य मामले में जबलपुर में बरगी के ग्राम गेहगंदा निवासी एक बढ़ई के घर से वन विभाग की टीम ने पांच लाख रुपए कीमत की सागौन की लकड़ी जब्त की। वन विभाग के अधिकारियों ने मामले की जांच के बाद शुक्रवार को आरोपी के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया।
रेंजर वर्षा बिसेन ने बताया कि ग्राम गेहगंदा निवासी सुक्कू यादव के घर के बाहर बड़ी मात्रा में सागौन की लकड़ी रखी होने की सूचना मिली थी। सूचना पर वन विभाग की टीम ने 27 अप्रैल को वहां दबिश देकर 0.136 घन मीटर सागौन की लकडी जब्त की।
सुक्कू को पकड़ कर पूछताछ की गई। उसने बताया कि वह लकड़ी उसके घर में लगी हुई थी। उसने हाल ही में उसे निकाला था। वन अमले ने लकड़ी की जांच की तो वह पुरानी निकली। जांच और सुक्कू के बयानों के बाद उसके खिलाफ प्रकरण दर्ज किया गया।
बेचने की फिराक में था लकडी
यह भी जानकारी मिली है कि सुक्कू यादव इस लकडी को बेचने की फिराक में था। इसके पूर्व वन अमले को इसकी जानकारी लग गई। मामले में वन अमले के एक अधिकारी की भूमिका पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं।