प्रत्येक बुधवार को चलेगी
पश्चिम मध्य रेलवे के अन्तर्गत चलने वाली इस हमसफर ट्रेन के संचालन की तैयारी पूरी हो गई है। इस ट्रेन का क्रमांक 22193 होगा। जबलपुर से संतरागाछी के बीच चलने वाली यह ट्रेन साप्ताहिक है। ट्रेन प्रत्येक बुधवार को रात 8.10 बजे जबलपुर से रवाना होगी। संतरागाछी स्टेशन पर दूसरे दिन शाम को 5 बजे पहुंचेगी।
सिर्फ 9 स्टेशन पर ठहराव
जबलपुर से संतरागाछी के बीच यह ट्रेन मात्र 9 स्टेशनों पर रुकेगी। इन स्टेशनों में कटनी, अनूपपुर, बिलासपुर , रायगढ़, झारसुगुंड, राउरकेला, चक्रधरपुर, टाटानगर, खडग़पुर और संतरागाछी स्टेशन शामिल हैं। इस ट्रेन के संचालन से जबलपुर छत्तीसगढ़, उड़ीसा, झारखंड के कुछ शहरों से भी रेल नेटवर्क से जुड़ जाएगा।
खास है ये ट्रेन
रेलवे द्वारा चलाई जा रही हमसफर ट्रेनें अन्य गाडिय़ों से हटकर है। देश में इस समय कुल 19 हमसफर ट्रेनें चल रही हैंं। इनमें से 14 ट्रेनें सप्ताह में एक दिन और दो ट्रेनें सप्ताह में दो दिन संचालित होती है। इसके अलावा ट्रेनें सप्ताह में तीन दिन चल रही हैं। सातरागाछी तक नई ट्रेन के चलने के साथ ही हमसफर ट्रेनों की सूची में जबलपुर भी शामिल हो जाएगा। इस ट्रेन में एसी-3, एसी-2 और एसी-1 का कोच होगा।
28 घंटे और 25 मिनट का सफर
कोलकाता के लिए शहर से प्रतिदिन दो ट्रेन चलती है। ये दोनों गाडिय़ों जबलपुर से हावड़ा के बीच चलती है। इसमें सिंगरौली होकर जाने वाली शक्तिपुंज एक्सप्रेस 28.25 घंटे में अपना सफर पूरा करती है। वहीं, मुगलसराय होकर जाने वाली मुंबई-हावड़ा मेल 22 घंटा 25 मिनट में पहुंचती है। हमसफर ट्रेन से 18 घंटे में यात्री कोलकाता पहुंच जाएंगे।
दुरंतों के ठहरने का इंतजार
हमसफर के बाद अब जबलपुर के लोगों के दुरंतो ट्रेन के ठहरने का इंतजार है। इलाहबाद-मुंबई के बीच संचालित होने वाली दुरंतो ट्रेन जबलपुर होकर गुजरती है। लेकिन इसका जबलपुर में ठहराव नहीं है। रेलवे ने दुरंतों को सतना में स्टॉपेज में दिया है। इसके बाद से दुरंतो के जबलपुर में ठहराव की मांग की जा रही है। दुरंतों के रूकन से मुंबई की यात्रा भी आसान हो जाएगी।
नैनपुर ट्रैक से खुलेगी नई राह
जबलपुर-नैनपुर-बालाघाट-गोङ्क्षदया ब्रॉडगेज परियोजना के पूरा होते ही शहर से कोलकाता के लिए नया मार्ग मुहैया हो जाएगा। नैनपुर-बालाघाट होकर ट्रेनें गोंदिया से मुंबई-हावड़ा ट्रैक में जुड़ जाएगी। इससे गोंदिया, राजनांदगांव, दुर्ग , भिलाई, रायपुर और बिलासपुर के रास्ते कोलकाता तक ट्रेन को और कम समय में दौड़ाया जा सकेगा। वहीं, उड़ीसा, झारखंड, छत्तीसगढ़ से नैनपुर-जबलपुर के रास्ते मुंबई तक ट्रेनें दौड़ाने की संभावना बढ़ जाएगी। इससे जबलपुर रेल नक्शे और उभरकर सामने आएगा।