जानकारों के अनुसार भुवनेश्वर के खुर्दा स्टेशन की तर्ज पर छोटे स्टेशनों को विकसित करने की योजना है। इस स्टेशन का ब्यूटिफिकेशन करने के साथ ही उसे फील गुड के रूप मेें परिवर्तित किया गया है। इसी तर्ज पर जबलपुर रेल मंडल भी इस पर काम कर रहा है।
15 स्टेशन प्लान में
जबलपुर मंडल के 15 स्टेशनों को इस प्राजेक्ट में रखा गया है। इसमें सिहोरा, मुड़वारा, नरसिंहपुर, गाडरवारा, बरगंवा, पिपरिया, गोटेगांव जैसे स्टेशन शामिल हैं। ऐसे स्टेशनों पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है, जहां ट्रेफिक दबाव होने के साथ ही उसके आसपास सांस्कृतिक, ऐतिहासिक स्थल जुड़े हों, जिसकी जानकारी स्टेशन पर समाहित की जा सके।
कोर कमेटी बनी
रेल प्रशासन द्वारा इस प्रोजेक्ट के लिए कोर कमेटी का गठन किया गया है। जिसमें चीफ पर्सनल मैनेजर, डिप्टी कामर्शियल मैनेजर के अलावा डीएमइ स्तर के अधिकारी शामिल हैं। कमेटी द्वारा कुछ स्टेशनों की विजिट की गई है, कुछ की होनी बाकी है।
छोटे स्टेशनों के इंफ्रास्ट्रक्चर में बदलाव कर इसे आकर्षक बनाने पर काम कर रहे हैं। ऐसे स्टेशनों पर यात्री सुविधाएं भी बढ़ाई जाएंगी। इस पर काम शुरू किया जा रहा है।
विश्व रंजन, सीनियर डीसीएम रेलवे
ये हैं कमियां
● स्टेशन का पुराना ढांचा
● देखने में स्टेशन आकर्षक नहीं
● यात्री सुविधाएं कम
● मंडल की क्षवि प्रभावित
यह होगा प्रस्तावित
● इंफ्रास्ट्रक्चर में बदलाव
● इको फेंडली निर्माण
● आकर्षक पार्किंग व्यवस्था
● आधुनिक डिस्प्ले सिस्टम
● गार्डन का निर्माण