यहां मिनटों के सफर में लग जाते हैं घंटो, देंखें कहां है यह जगह
जबलपुरPublished: May 07, 2019 09:34:14 pm
दमघोटूं हो जाता है सात किलोमीटर का सफर
यहां मिनटों के सफर में लग जाते हैं घंटो, देंखें कहां है यह जगह
घंटो लग जाते हैं, जीं हां यह सच है, एक एेसी सड़क हैं, जिसकी दो छोरों की दूरी महज पांच से सात किलोमीटर हैं, लेकिन यदि आप इस सड़क पर पहुंच गए, तो एक छोर से दूसरे छोर तक पहुंचने में आपको पांच से सात मिनिट नहीं बल्की पांच से सात घंटे लग सकते हैं, आप यह पढ़कर हैरान होंगें कि आखिर क्यों,
तिलवारा से लेकर चूल्हा गोलाई तक का सफर आमजनों से लेकर यात्रियों और भारी वाहन चालकों के लिए मुसीबत भरा हो गया है। दिनभर जाम के हालात रहते हैं, इसके बावजूद जिम्मेदार यहां व्यवस्था सुधारने की बजाय पल्ला झाड़ते हैं। दिन में यहां चार से पांच बार जाम लगता है, जिसमें सैकड़ो वाहन फंसते हैं। घंटो परेशानी के बाद कभी यह जाम खुद ही खत्म होता है, तो कभी कभार पुलिस इसमें सहयोग कर देती है।
यह हैं जाम लगने के कारण
– चूल्हा गोलाई पर सड़क निर्माण के चलते एक ओर मार्ग बंद होना
– चूल्हा गोलाई पर निर्माण कार्य में लगे वाहनों का खड़ा होना
– किसी वाहन का सड़क पर खराब हो जाना
– बड़े वाहनों का मनमाने अंदाज में निकलने का प्रयास
– तिलवारा से चूल्हागोलाई तक जगह जगह सड़क निर्माण
कितने वाहन होते हैं प्रभावित
दुपहिया- 5000
कार व छोटे वाहन-7000
ऑटो व टैक्सी:- 2500
यात्री बसें-150
भारी वाहन- 3000
कम से कम दस का बल
चूल्हा गोलाई में इन दिनों जाम की समस्या आ रही है, यहां आठ से दस जवानों की तैनाती की जाए, तो हालात सुधर सकते हैं, लेकिन टै्रफिक पुलिस इस ओर ध्यान नहीं देती। जबकि शहर में कई एेसे प्वाइंट हैं, जहां से बल हटाकर या कम करकर वहां तैनात किया जा सकता है।
कब कब लगता है जाम
– सुबह सात से नौ बजे के बीच
– शाम चार से सात बजे के बीच
– रात आठ से दस बजे के बीच
वर्जन
ट्रैफिक पुलिस के पास पर्याप्त बल नहीं है, जिसके चलते वहां दो जवानों की ड्यूटी लगाई जाती है, लेकिन हालात काबू नहीं हो पाते। अमृत मीना, एएसपी, ट्रैफिक