जबलपुर में भी ऑनलाइन मध्यस्थता कर विवाद सुलझा रहे मीडिएटर्स, अदालत से मिलेगी कानूनी मान्यता
जबलपुर•Nov 03, 2020 / 07:44 pm•
shyam bihari
court
जबलपुर। मप्र में एक ही जाति-समाज के लोगों के बीच होने वाले छोटे मोटे झगड़े-विवादों का निपटारा अब उसी जाति-समाज के मीडियेटर ऑनलाइन मध्यस्थता के जरिए निपटा रहे हैं। सम्बंधित जाति-समाज के प्रशिक्षित मीडियेटर ही ऐसे विवादों में पक्षकारों को ऑनलाइन या फोन पर कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए सुलह के लिए प्रेरित कर रहे हैं। इस तरह फोन पर हुए समझौते को पक्षकारों के दस्तखत के बाद कानूनी जामा पहनाया जाएगा। मप्र राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण ने अपने कम्यूनिटी मिडिएशन कार्यक्रम के तहत यह अभिनव पहल की है। इन मिडीएटर्स को प्रशिक्षण भी ऑनलाइन दिया जा रहा है। जानकारी के अनुसार कोरोनाकाल में प्राधिकरण ने इस योजना के तहत मिडीएटर्स का प्रशिक्षण आरम्भ किया है। प्रथम चरण में जैन, नेमा, गोंड, व कायस्थ जाति-समाज के 20-20 मिडीएटर्स को प्रशिक्षित किया जा चुका है। ये प्रशिक्षित मीडियेटर अपनी जाति-समाज के लोगों के बीच आपस मे होने वाले छोटे मोटे विवाद, झगड़ों में सुलह की राह खोजने के लिये सम्बंधित पक्षकारों से टेलिफोनिक चर्चा कर उन्हें मुकदमेबाजी के नुकसान समझा रहे हैं। उन्हें थाने या अदालत जाने के पूर्व ही समझौता करने के लिए प्रेरित कर रहे हैं। ये वो मामले हैं, जिनके निकट भविष्य में बड़े रूप में परिवर्तित होकर अदालत के समक्ष जाने की संभावना होती है। जैन व मुस्लिम समुदाय के मिडीएटर्स का प्रशिक्षण भी आरम्भ किया गया है । निकट भविष्य में अन्य जाति-समाजों के मिडीएटर्स को भी प्रशिक्षित किया जाएगा।
न्यायाधीश करेंगे समझौता लागू
इसके बाद दोनों पक्षों को विभिन्न पहलुओं के बारे में समझाइश देकर समझौता कराया जाता है। समझौते को दोनों पक्षों के बीच कानूनन बाध्यकारी बनाने के लिए इसके दस्तावेज अदालत के समक्ष प्रस्तुत किये जाते हैं। जहां न्यायाधीश के जरिए इसे विधिवत लागू कराया दिया जाता है। कम्युनिटी मिडिएशन कार्यक्रम के तहत मिडीएटर्स को 40 घण्टे का गहन ऑनलाइन मिडिएशन प्रशिक्षण दिया जा रहा है। प्राधिकरण के कार्यालय से वीसी के जरिए यह ऑनलाइन प्रशिक्षण कार्यक्रम प्रतिदिन चल रहा है। प्राधिकरण की सदस्य सचिव गिरिबाला सिंह व मप्र हाइकोर्ट विधिक सेवा समिति के सदस्य सचिव राजीव कर्महे इन मिडीएटर्स को बतौर एक्सपर्ट ट्रेनर प्रशिक्षण दे रहे हैं। हर जाति-समाज के 20-20 मिडीएटर्स को प्रशिक्षित कर इस कार्य मे लगाया जाएगा। अब तक 4 समाजों के 80 मिडीएटर्स प्रशिक्षित किये जा चुके हैं।