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ये तो निकला नटवरलाल, बैंक चालान की कलर फोटोकॉपी से कर दिया 23.78 लाख का घोटाला

locationजबलपुरPublished: Apr 06, 2019 01:48:56 am

Submitted by:

shyam bihari

स्टाम्प वेंडर गिरफ्तार, डीलिंग क्लर्क सहित तीन के खिलाफ एफआइआर

ये तो निकला नटवरलाल, बैंक चालान की कलर फोटोकॉपी से कर दिया 23.78 लाख का घोटाला

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जबलपुर। मप्र स्टेट बार काउंसिल में 23.78 लाख का स्टाम्प घोटाला उजागर हुआ है। फर्जीवाड़ा बैंक चालान की कलर फोटो कॉपी के जरिए किया जा रहा था। स्टेट बार काउंसिल के एक उच्च श्रेणी लिपिक और दो स्टाम्प वेंडरों के खिलाफ इस मामले में सिविल लाइंस थाने में धारा 420, 467, 468, 471, 472 और 120 बी के तहत प्रकरण दर्ज किया गया है। आरोपी स्टाम्प वेंडर जानकी गुप्ता को गिरफ्तार कर लिया गया है।
यह है मामला
काउंसिल के अकाउंटेंट आरजी वर्मा ने सिविल लाइंस थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई कि काउंसिल अधिवक्ता कल्याण निधि के 20 व 50 रुपए के स्टाम्प बैंक चालान, ड्राफ्ट के जरिए बेचती है। स्टाम्प वेंडर जानकी प्रसाद गुप्ता व गोविंद गुप्ता ने काउंसिल के उच्च श्रेणी लिपिक सुजीत तोमर के साथ मिलकर बैंक चालान की कलर फोटो कॉपी के जरिए 6 मई 2016 से लेकर 22 फरवरी 2019 के बीच 23.78 लाख रुपए के स्टाम्प का घोटाला किया।
इस तरह सामने आया फर्जीवाड़ा
25 जनवरी 2019 को काउंसिल के उच्च श्रेणी लिपिक सुजीत तोमर ने बीमारी के इलाज के लिए अवकाश लिया। तोमर स्टाम्प डीलिंग का काम देखता था। एक फरवरी से उच्च श्रेणी लिपिक मयूर मिश्रा को उसका काम सौंपा गया। 22 फरवरी को स्टाम्प वेंडर जानकी गुप्ता ने यूनियन बैंक हाईकोर्ट शाखा के 25 हजार व 10 हजार रुपए के चालान पेश कर स्टाम्प ले गया। 23 फरवरी को फिर जानकी गुप्ता उन्हीं राशियों 25 हजार व 10 हजार रुपए के चालान लेकर स्टाम्प खरीदने आया। डीलिंग क्लर्क मिश्रा को शंका होने पर एक दिन पूर्व जमा किए गए चालान से मिलान किया गया। इस पर खुलासा हुआ कि एक दिन पहले जमा किए गए चालान मूल चालान की कलर फोटो कॉपी थे। दूसरे दिन जमा किए गए चालान असली थे। खुलासा होते ही आरोपी स्टाम्प वेंडर काउंसिल दफ्तर से फरार हो गया। शंका पर काउंसिल अधिकारियों की जांच में पता चला कि 6 मई 2016 से 22 फरवरी 2019 तक बैंक चालान की कलर फोटो कॉपी के जरिए 23.78 लाख रुपए के स्टाम्प का घोटाला किया गया। स्टेट बार काउंसिल सचिव नलिनकांत वाजपेयी का कहना है कि मामले की जांच जारी है। घाोटाला और बड़ा हो सकता है।
डीलिंग क्लर्क सस्पेंड
काउंसिल ने दो स्टाम्प वेंडरों व स्टांप डीलिंग करने वाले उच्च श्रेणी लिपिक सुजीत तोमर के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई । तोमर को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। वह फरार है।

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