इससे पहले सुपर मून के साथ पूर्ण चंद्र ग्रहण 33 वर्ष पूर्व पड़ा था। 115 साल में ऐसा पांच बार हुआ है। सुपर ब्लड मून तभी देखने को मिलता है जब चंद्र ग्रहण हो।
super moon
जबलपुर। सोशल मीडिया पर लगातार छाए सुपरमून के संदेशों के बाद अब एक बार फिर इस खबर के बाद ब्लड मून की चर्चाएं गर्म हैं। विशेषज्ञों के अनुसार इससे पहले साल 2012 में ऐसे समाचार सुनने मिले थे। इसके बाद अब एक बार फिर होने वाली इस खगोलिए घटना का के्रेज सोशल मीडिया में जमकर जोर पकडऩे लगा है।
बताया जा रहा है कि अमेरिका में रविवार रात को आकाश में दुर्लभ खगोलीय नजारा दिखाई देगा। वहां सुपर मून के साथ पूर्ण चंद्र ग्रहण पड़ेगा। इससे पहले सुपर मून के साथ पूर्ण चंद्र ग्रहण 33 वर्ष पूर्व पड़ा था। 115 साल में ऐसा पांच बार हुआ है। सुपर ब्लड मून तभी देखने को मिलता है जब चंद्र ग्रहण हो और जब चंद्रमा अपनी कक्षा में पृथ्वी के नजदीकी छोर पर हो।
चंद्रमा जैसे ही पृथ्वी के ठीक पीछे इसकी छाया में आ जाता है तो उसका रंग गहरा लाल हो जाता है, क्योंकि उस तक केवल पृथ्वी के वायुमंडल से अपवर्तित होकर ही सूर्य की रोशनी पहुंच पाती हैं। सुपरमून का अर्थ है कि इस दिन चंद्रमा अपने सामान्य आकार से बड़ा दिखता है। क्योंकि यह पृथ्वी से अधिक नजदीक होता है।
इस बार असामान्य बात यह है कि सुपरमून के साथ साथ पूर्ण चंद्र ग्रहण भी पड़ रहा है। इस प्रकार की घटनाएं 1900 के बाद से केवल पांच बार ( 1910, 1928, 1946, 1964 और 1982 में) हुई हैं। पूर्ण चंद्र ग्रहण रविवार रात को 10 बजकर 11 मिनट पर शुरू होगा और एक घंटा 12 मिनट तक रहेगा।