भवन विहीन पंचायतें दूसरे विभागों के भवनों में चल रही हैं। बताया जाता है कि वर्ष 2016-17 में तकरीबन एक सैकड़ा पंचायतों के भवन तैयार किए गए थे। उसके बाद इक्का-दुक्का भवनों के लिए बजट आता है। कुछ भवनों को जिला पंचायत ने अलग-अलग मदों से तैयार कराया था। वहीं पिछले साल भी लगभग 5 पंचायतों के भवन तैयार किए गए। लेकिन बाकी पंचायतों की िस्थति खराब है।
जर्जर हैं सामुदायिक भवन 60 भवन विहीन पंचायत जिन भवनों में चल रही हैं उनमें 10 तो पूरी तरह जर्जर सामुदायिक भवनों में संचालित हो रही हैं। जबलपुर जनपद के अंतर्गत घाट पिपरिया पंचायत पशु चिकित्सालय भवन में चलेगी। हर्रई ग्राम पंचायत सब्जी शेड में चलती है। बाकी शासकीय भवनों में संचालित होती हैं। कुंडम जनपद के अंतर्गत ग्राम पंचायत देवरी, मखरार, सरसवां, तिलसानी, अमझर, डबराकला, मझौली जनपद के अंतर्गत ग्राम पंचायत महगवां खलरी, घरहर, इमलिया टिकारी, केवलारी और मनकवारा ग्राम पंचायत जर्जर सामुदायिक भवन में चलती हैं। सिहोरा जनपद की ग्राम पचायत खमरिया कटरा और पौंड़ीकला स्कूल के कक्षों में चलती हैं। पाटन जनपद की ग्राम पंचायत डुगरिया और पौंडीकला भी शाला भवन में लगती है।
11 पंचायतों के लिए अभी तय नहीं भवन
पूर्व की पंचायतों के अलावा पाटन और मझौली में 11 नई ग्राम पंचायतों का गठन हो चुका है। वहां पर नए सरपंच एवं पंचों का चुनाव भी हो चुका है लेकिन नए भवन अभी तक नहीं बने हैं। ऐसे में पंचायत विभाग के सामने यहां पर पंचायतों का संचालन भी चुनौती भरा होगा।
किस जनपद में कितनी पंचायतें जनपद–ग्राम पंचायत
पनागर 62 कुंडम 68
बरगी 80
सिहोरा 60
मझौली 90 पाटन 83 शहपुरा 84
कहां कितनी भवन विहीन पंचायत जनपद–भवन विहीन पंचायत
पनागर 11 पाटन 07
शहपुरा 08
सिहोरा 03
जबलपुर 05
कुंडम 08
वर्जन….
जिले में भवन विहीन पंचायतों में भवनों के निर्माण के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। नए भवनों के लिए शासन से पत्राचार चल रहा है। बीच में इनका निर्माण भी हुआ है। जो भवन जर्जर हैं शीघ्र ही उनकी मरम्मत भी कराई जाएगी।
मनोज सिंह, एडिशनल सीईओ, जिला पंचायत