तीन महीने का टैक्स होना चाहिए माफ
बस ऑपरेटरों ने लॉकडाउन अवधि का टैक्स माफ करने सहित कई मांग रखी। बताया कि सीट क्षमता पर वाहन चलाने पर 80 प्रतिशत खर्च होता है। ऐसे में 50 प्रतिशत सवारी में चलाने पर खर्च ही नहीं निकलेगा। यही परेशानी ऑटो चालकों ने रखी। बैठक में बस एसोसिएशन के अध्यक्ष पिंटू तिवारी, शंकर दयाल शर्मा, बच्चू रोहाणी, ऑटो संघ के अध्यक्ष शिवा शर्मा, विजय कुमार सहित अन्य लोग मौजूद थे।
अधिकारी अपना रहे दोहरी नीति
जबलपुर बस ऑपरेटर संघ के नसीम बेग ने बताया कि अधिकारी दोहरी नीति अपना रहे हैं। पलायन के समय यही प्रशासनिक अधिकारियों ने बसों में क्षमत से अधिक लोगों को बिठाकर रवाना कराया था। तब न तो सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान था और न ही किसी तरह की गाइडलाइन का। 50 प्रतिशत यात्री क्षमता में लागत ही नहीं निकलेगी। हम ऑपरेटर बर्बाद हो जाएंगे। इस क्षमता में किराया या तो किराया डबल हो या फिर सरकार टैक्स में छूट देकर इसकी भरपायी करे।
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