सडक़ों के किनारे खतरनाक स्थिति : व्यवस्था नहीं सुधरी तो कई इलाके डूबेंगे
करोड़ों खर्च के बाद भी नालों के खुले हैं मुहाने, हादसों का मंडरा रहा खतरा!
शहर के बीचोंबीच फ्लाईओवर व स्मार्ट सिटी के निर्माण कार्य जारी होने के कारण कई इलाकों का ड्रेनेज सिस्टम चौपट हो गया है। वहां जल भराव हो रहा है। मानसून सीजन शुरू होने को 25 दिन शेष हैं। इसके बावजूद अब तक वर्षा जल निकासी व्यवस्था को लेकर नगर निगम प्रशासन ने कोई एक्शन प्लान नहीं बनाया है। इसे लेकर कोई बैठक भी नहीं की गई।
ये खुले मुहाने खतरनाक
यातायात थाना से लेकर चंचल बाई कॉलेज मार्ग, मदनमहल चौराहा से एलआईसी मार्ग, रानीताल से बल्देवबाग मार्ग, गोल बाजार इलाके में कई स्थान पर नालों के मुहाने खुले हैं। उनके कारण दुर्घटना का खतरा बढ़ गया है। तेज बरसात होने पर कई बार राहगीरों को नालों के ये मुहाने समझ में नहीं आते, इसके कारण पिछले वर्षों में कई दुर्घटना हो चुकी हैं।
– 401.47 करोड़ स्टार्म वाटर ड्रेनेज सिस्टम पर खर्च
– 05 मुख्य नाले पक्के किए गए
– 128 बड़े नालों पर राशि खर्च
– 133 नालों बनाए गए
– 225.86 किमी ड्रेनेज दुरुस्ती का था दावा
पांच मुख्य नाले जो संकरे हो गए
ओमती, मोती, ख्ंदारी, उर्दना, शाह नाला
इस प्रकार हुआ निर्माण
– 88.06 किमी. आरसीसी पाइप ड्रेन
– 73 किमी. आरसी रेक्टेंग्यूलर कवर ड्रेन
– 64 किमी.ट्रेपाज्वायडल स्टोन मेशनरी ड्रेन
नाले-नालियों की सफाई शुरू करा दी है। ड्रेनेज सिस्टम में जो भी खामियां हैं उन्हें दूर किया जाएगा, जिससे कहीं भी जलभराव न हो।
– भूपेन्द्र सिंह, स्वास्थ्य अधिकारी, नगर निगम