पढ़ाई के साथ सामग्री
शिक्षा एक उज्जवल भविष्य की ओर का उद्देश्य बच्चों को शिक्षित करने के साथ कौशल विकास है। इसके लिए तंग बस्तियों में एेसे बच्चों को तालीम दी जा रही है, जो बच्चे स्कूल नहीं जाते थे या फिर आर्थिक अभाव में वे स्कूल जाने से वंचित थे। संस्था का कहना है कि रोजाना इन्हें पढ़ाई कराई जाती है। इसके साथ जरूरत पढऩे पर अन्य संस्थाओं की मदद से वे सामग्री मुहैया करवाते हैं। प्रारंभिक चरण में हम कक्षा पहली से लेकर आठवीं तक के बच्चों को पढ़ा रहे हैं।
जरूरतमंद छात्रों की मदद
हेल्पिंग हैंडस का लक्ष्य भी बच्चों को शिक्षित करने में मदद करना है। इसके लिए ये सभी मिलकर पुरानी किताबें एकत्र करते हैं। नई कक्षा में जाने वाले विद्यार्थियों को वे सभी पुस्तकें पहुंचते हैं, जिसकी उन्हें जरूरत है। इसके साथ बच्चों को पुस्तकों के साथ दो मोटे रजिस्टर भी देते हैं। संस्था का कहना है कि इनके पास कई निजी स्कूलों से भी बच्चे के संबंध में जानकारी मिलती है, जिस पर वे कक्षा छटवीं से लेकर नौंवी तक पुस्तकों की मदद करते हैं।
बुक का सेट: संस्था के सदस्य पुरानी बुक की रिपेयरिंग और उसकी स्कूटनी करके कक्षा का सेट तैयार करते हैं। इसमें सदस्यों के परिवार की महिलाएं इस कार्य में मदद करती हैं। जरूरत पडऩे पर सेट में नई किताबें भी दी जाती हैं।
पायल रॉय, शिक्षा एक उज्जवल भविष्य की ओर हमारा मिशन बच्चों की शिक्षा और स्वास्थ्य है। इसमें जरूरतमंद बच्चों की शैक्षणिक मदद की जाती है। विभिन्न संस्थाएं हमसे नि:शुल्क पुरानी पुस्तकें बच्चों को देने ले जाते हैं।
देवेन्द्र अरोरा, सचिव, हेल्पिंग हैंडस