कोरोना संक्रमण के कमजोर पडऩे से बेफिक्र हुए लोग
दूसरा टीका लगाने में सुस्ती, पौने चार लाख लोगों की डोज बाकी
पहली डोज लगा चुके लोगों को समय पर सेकेंड डोज लगे, इसका प्रयास कर रहे हैं। टीकारण अभियान में सेकेंड डोज पर फोकस है। सेकेंड डोज से छूटे हुए लोगों को कॉल कर और मैसेज करके सूचित कर रहे हैं।
– डॉ. शत्रुघन दाहिया, जिला टीकाकरण अधिकारी
कॉल सेंटर से फोन, मैसेज भी भेज रहे
स्वास्थ्य विभाग ने उन लोगों की सूची तैयार कर ली है, जिन्होंने समय पूरा होने के बाद अभी तक दूसरा टीका नहीं लगाया है। इन्हें टीके की दूसरी डोज लगाने को जागरुक किया जा रहा है। कॉल सेंटर के जरिए संबंधितों को फोन करके सेकेंड डोज लगवाने के लिए प्रेरित किया जा रहा है।
तीसरी लहर का खतरा होगा कम
विशेषज्ञों के अनुसार वैक्सीनेशन के बाद कोरोना का फैलाव कम हुआ है। लेकिन, तीसरी लहर का खतरा अभी टला नहीं है। संक्रमण के असर को कम करने के लिए समस्त व्यस्क लोगों का टीकाकरण आवश्यक है। पहली डोज से कई व्यक्तियों के शरीर में कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए पर्याप्त हर्ड इम्युनिटी नहीं बन पाती है। दूसरी डोज लगवाने के बाद ही फुल इम्युनाइजेशन होता है। इससे अगली लहर की संभावना भी कमजोर होगी।
जिले में स्थिति
– 3 लाख 75 हजार के लगभग लोगों के टीके की सेकेंड डोज बाकी है।
– 2 लाख 50 हजार के लगभग लोग इसमें कोविशील्ड की डोज वाले।
– 1 लाख 25 हजार के करीब व्यकित इसमें कोवैक्सीन की डोज वाले।
इनका ध्यान रखें
– कोवैक्सीन की पहली डोज के 28 दिन के बाद दूसरी डोज लगती है।
– कोविशील्ड की पहली डोज के 84 दिन के बाद दूसरी डोज लगती है।