ये बतायी वारदात की वजह-
अरविंद झारिया लॉकडाउन में आर्थिक तंगी से टूट गया था। उसने खुद की ऑटो तक बेच दी। परेशानी के चलते वह शराब भी पीने लगा था। पैसों की दिक्कत हुई तो उसने उधार लेने शुरू कर दिए। चार हजार रुपए उधारी को लेकर पवन से बात की। पवन ने छोटे भाई बादल के दोस्त देवीदीन से बाइक गिरवी रखने के एवज में पैसे दिलाने की बात कही। 23 सितम्बर को अरविंद झारिया बाइक लेकर पवन के घर पहुंचा। बाइक गिरवी रखकर पैसे देनी की बात देवीदीन से हुई थी। वहां देवीदीन भी आ गया। पवन, उसका भाई बादल व देवीदीन ने अरविंद के साथ शराब पी। देवीदीन ने पैसे तीन दिन बाद देने को कहा, इसे लेकर अरविंद का पवन से विवाद हो गया। खाना कम पडऩे की वजह से चारों दो बाइक से तिलवारा के लिए निकले थे। एक बाइक एमपी 20 एमपी 6784 पर देवीदीन व बादल और दूसरी पर अरविंद व पवन थे। रास्ते में पवन व अरविंद का फिर से विवाद हो गया। इसके बाद पवन ने चाकू से अरविंद के गले, माथे, सिर व कान के पास ताबड़तोड़ कई वार कर शव को नाले में फेंक दिया। उसका मोबाइल, बाइक व पर्स उठा ले गए, जिससे पहचान न हो पाए।