दिल्ली से रात में वापसी के लिए सीधी गाड़ी नहीं
शहर से पुणे, हैदराबाद व बेंगलूरु के लिए सप्ताह में सिर्फ एक दिन सीधी ट्रेन
हर वर्ग की है मांग-प्रमुख शहरों तक आवाजाही की सुविधा बढ़ाने के लिए कुछ ट्रेनों के फेरे बढ़ाने की जरुरत हर वर्ग बता रहा है। कारोबारी, छात्र, मरीज से लेकर सामान्य यात्री भी दिल्ली से रात में एक ट्रेन की आवश्यकता महसूस कर रहे हैं। ताकि सुबह पहुंचने के बाद दिन में कामकाज निपटाकर रात को शहर लौट सकें। पुणे, बैंगलुरु के लिए भी प्रतिदिन सीधी ट्रेन सेवा की जरूरत है।
प्रमुख शहरों के लिए ट्रेन सेवा की स्थिति
पुणे : -शहर से सीधी एक ट्रेन (साप्ताहिक), जबलपुर होकर एक ट्रेन नियमित और चार साप्ताहिक ट्रेन हैं।
दिल्ली : रात में वापसी का कोई विकल्प नहीं, शहर से तीन नियमित और दो साप्ताहिक टे्रन संचालित हैं।
हैदराबाद-बैंगलुरु : शहर से यशवंतपुर सीधी एक टे्रन (साप्ताहिक), शहर से सिकंदराबाद (हैदराबाद) के लिए दो नियमित
ट्रेन हैं।
हावड़ा : सीधी एक ट्रेन (लगता है 28 घंटे का समय), शहर से दो नियमित और एक साप्ताहिक ट्रेन है।
एकमात्र साप्ताहिक ट्रेन भी 23 घंटे में सियालदाह (कोलकाता शहर में) स्टेशन पहुंचाती है।
मुंबई: एक ट्रेन, पुणे-गोवा के लिए भी सहारा, शहर से 7 नियमित और 26 साप्ताहिक ट्रेन हैं। लेकिन शहर से सीधी मुंबई तक सिर्फ एकमात्र ट्रेन गरीबरथ चलती है। इसका संचालन भी सप्ताह में तीन दिन ही होता है।
गुजरात: एक ही सीधी नियमित ट्रेन चलती है। सूरत-अहमदाबाद, राजकोट के लिए ज्यादातर साप्ताहिक टे्रन हैं।
इन टे्रनों को प्रतिदिन चलाने की जरूरत
जबलपुर-हजरत निजामुद्दीन एमपी संपर्क क्रांति : अभी ये ट्रेन गोंडवाना एक्सप्रेस के 10 मिनट बाद छूटती है। इसे रात को 9 से 11 बजे के बीच चलना चाहिए।
जबलपुर-सीएसटीएम गरीबरथ: इसके अलावा मुंबई जाने वाली सभी ट्रेनें यूपी-बिहार से आती हैं। जबलपुर-पुणे फेस्टिवल स्पेशल: पुणे के लिए दूसरी ट्रेन पटना से आती है। ये ट्रेन आमतौर पर यात्रियों से भरी रहती है।
जबलपुर-यशवंतपुर स्पेशल: अभी इटारसी-नागपुर होकर जाती है। इसे आदिवासी अंचल को जोड़ते हुए छोटे रास्ते (नैनपुर-गोंदिया-बल्लारशाह) रास्ते से चलना चाहिए।
जबलपुर-श्रीवैष्णोदेवी कटरा: अभी सप्ताह में एक दिन है। इसे सप्ताह में तीन दिन कटरा तक और बाकी दिन अमृतसर चलाया जाना चाहिए।
(नोट: जैसा कि शहर के लोग, संगठन और रोजाना वाले यात्री मांग कर रहे हैं।)