5 जोन में बांटा गया था शहर -2,3,4,5 जोन में अधिकतम काम पूरा होने का दावा -1 जोन के लिए डीपीआर की प्रक्रिया जारी अमृत योजना के तहत काम -400 किमी. पाइप लाइन बिछाई
-362 करोड़ प्रोजेक्ट लागत -180 करोड़ रुपए से हुआ काम -65 प्रतिशत के लगभग काम पूरा होने का दावा -300 करोड़ से ज्यादा सीवर प्रोजेक्ट पर जेएनएनयूआरम, एडीबी व अमृत योजना के तहत खर्च
-600 किमी.लाइन का नए सिरे से होना है टेंडर 55 गांव शामिल होने से बने नए वार्डों में प्रभाकर मिश्रा@जबलपुर। बरसात से ठीक पहले सीवर लाइन के लिए सड़कों की खुदाई शुरू हो गई है। गंगा नगर, चंदन कालोनी, नव निवेश कालोनी में कई किलोमीटर सड़कों को खोद दिया गया है। खोद दिए जाने के कारण सड़क चलने लायक नहीं बची हैं। प्रोजेक्ट से जुड़े अधिकारी बता रहे हैं कि गंगा नगर में तैंतीस किमी. में सीवर लाइन बिछाई जाना है। ऐसे में क्षेत्र के लोग परेशान हैं की अगर इसी तरह सभी सड़क खोद दी गईं तो हर तरफ कीचड़ हो जाएगा और लोगों के लिए आवाजाही मुश्किल हो जाएगी।
हर साल बरसात में सीवर प्रोजेक्ट के कारण शहरवासियों को समस्याओं का सामना करना पड़ता है, इसके बावजूद जिम्मेदार कोई सबक नहीं ले रहे हैं। सीवर प्रोजेक्ट डेढ़ दशक से शहरवासियों के लिए परेशानी का सबब बना हुआ है। टाइमिंग पर उठ रहे सवाल मई का महीना बीतने को है। 15 जून तक मानसून की दस्तक हो जाती है। ऐसे में बरसात के ठीक पहले गंगानगर, चंदन कालोनी, नवनिवेश कालोनी में सीवर लाइन बिछाने के लिए खुदाई करने व धनवंतरि नगर में एक ओर से सड़क ब्लॉक करके सीवर पंपिंग स्टेशन का काम करने की टाइमिंग पर सवाल उठ रहे हैं। जानकारों का मानना है की निगम के जिम्मेदारों को ये काम हर हाल में गर्मी सीजन में ही पूरा कर लेना चाहिए था।
वर्जन- गंगा नगर, चंदन कालोनी, नवनिवेश कालोनी समेत शहर के जिन भी इलाकों में सीवर लाइन के लिए खुदाई की गई है, बरसात शुरू होने के पहले रीस्टोलेशन का काम पूरा करा लिया जाएगा, जिससे लोगों को असुविधा न हो।
कमलेश श्रीवास्तव, कार्यपालन यंत्री, नगर निगम शहर में सीवर लाइन प्रोजेक्ट पर डेढ़ दशक से काम चल रहा है, इसके बावजूद कोई सिस्टम नजर नहीं आ रहा है। सीवर लाइन बिछाने के नाम पर कभी भी किसी भी इलाके में सड़कों को खोद दिया जाता है। बारिश के सीजन से गंगा नगर व आसपास की कालोनियों में की जा रही खुदाई से क्षेत्र में कीचड़ व जलभराव की समस्या होगी।
इंजी.सुनील जैन, स्ट्रक्चर इंजीनियर व टाउन प्लानर