प्रभाकर मिश्रा@जबलपुर। मानसून सीजन शुरू होने के साथ ही गुलौआ इलाके के बाशिंदों के माथे पर चिंता की लकीर खिंचने लगी हैं। शिव नगर, न्यू राम नगर, सुदामा नगर, शुक्ला नगर, गुलौआ नई बस्ती इलाकों के लोगों में इस बात को लेकर जमकर नाराजगी है की क्षेत्र में होने वाले जलभराव की समस्या का इस बार भी कोई निराकरण नहीं हुआ। इन काॅलोनियों में हर साल 5 से लेकर 10 फीट तक घरों में पानी भर जाता है। उफनाए नालों से आने वाली बाढ़ के हालात में राहत व बचाव कार्य के लिए नाव चलाना पड़ती है। घरों में जलभराव से लोगों का राशन, टीवी, फ्रीज जैसे उपकरण, वाहन खराब हो जाते हैं।क्षेत्रीयजनों का कहना है कि नगर निगम के अधिकारी आते हैं समस्या के निराकरण का आश्वासन देकर लौट जाते हैं। चुनाव के समय आने वाले नेता भी झूठी दिलासा देकर चले जाते हैं।
रिश्तेदार-पड़ोसियों के यहां लेते हैं शरण- शिव नगर के निवासियों ने बताया की बरसात में जलभराव होने की िस्थति में उन्हें अपने रिश्तेदारों के घर में या पड़ोसियों के यहां दूसरी-तीसरी मंजिल पर शरण लेना पड़ती है। ऊंचे कर लिए हैं पलंग- घरों में होने वाले जलभराव को देखते हुए कई परिवारों के लोगों ने अपने घरों में लकड़ी की जगह स्टील के ऊंचे पलंग बना लिए हैं। जिससे जलभराव की िस्थति में बिस्तर खराब होने से बचाए जा सकें। पहली मंजिल पर हो जाते हैं शिफ्ट- जलभराव की समस्या को देखते हुए सुदामा नगर, न्यू राम नगर, शिव नगर कालोनी में कई घरों के लोग मानसून सीजन शुरू होने के साथ ही पहली मंजिल में शिफ्ट हो जाते हैं। जिससे रात जागकर न बितानी पड़े और गृहस्थी का सामान भी खराब न हो। मूल समस्या का निराकरण नहीं-
गुलौआ रेलवे क्रासिंग के समीप रेल लाइन के किनारे से नाला सीधा न होकर रिहायशी इलाके की ओर है। इसके साथ ही अंग्रेजों के जमाने की संकरी पुलिया का चौड़ीकरण नहीं किया गया है। क्षेत्रीय निवासी अरुण जैन ने बताया कि शुक्ला नगर के समीप लगभग सौ मीटर में एलएनटी के नाला का निर्माण कार्य अधूरा है। गुलौआ क्षेत्र में कवर्ड नाला बहुत ही संकरा कर दिया गया है। जबकि इस क्षेत्र में महानद्दा, मदनमहल, प्रेम नगर, गंगा सागर इलाकों का पानी आकर भर जाता है।
वर्जन- हर साल राशन, गृहस्थी का सामान खराब हो जाता है, नेता चुनाव में केवल वोट मांगने न आएं, बल्कि क्षेत्र में जलभराव की समस्या का निराकरण करें। शत्रुघ्न सिंह, शिव नगर निवासी
घरों में कई फीट तक नाला-नाली का पानी भर जाता है, इसके कारण सांप-बिच्छू व अन्य जहरीले जीवों के घर में घुसने का खतरा रहता है। श्याम सिंह, क्षेत्रीय निवासी क्षेत्र में दो नालों का निर्माण कार्य अधूरा है, एलएनटी का कवर्ड नाला बहुत ही संकरा कर दिया गया है, जिससे होकर पानी की निकासी नहीं हो पाती है।
कीर्ति चौहान, पूर्व पार्षद हर साल बरसात के दिनों में जलभराव होने पर जिला प्रशासन व नगर निगम के अधिकारी आते हैं, समस्या के निराकरण का आश्वासन देकर भूल जाते हैं। अनुज कुमार, क्षेत्रीय निवासी