script15 मिनट में जबलपुर के बने तीन ‘SP’, थानेदार से कहा- गांजा तस्कर से पुलिस लेती है पैसे, कार्रवाई करें | Jabalpur SP: For five minutes, three children became SP of Jabalpur | Patrika News

15 मिनट में जबलपुर के बने तीन ‘SP’, थानेदार से कहा- गांजा तस्कर से पुलिस लेती है पैसे, कार्रवाई करें

locationजबलपुरPublished: Sep 18, 2019 06:45:26 pm

Submitted by:

Muneshwar Kumar

एसपी अमित सिंह की सोशल पुलिसिंग की सोशल मीडिया पर खूब हो रही है तारीफ

04_2.png
जबलपुर/ मध्यप्रदेश के जबलपुर जिले में मंगलवार को पंद्रह मिनट के अंदर तीन एसपी बदल गए हैं। हर एसपी का कार्यकाल पांच मिनट का रहा। सुनकर आपको जरूर अटपटा लगेगा लेकिन जबलपुर के एसपी अमित सिंह ने एक ऐसा ही प्रयोग किया है। जिसकी खूब तारीफ हो रही है। आईपीएस अमित सिंह सोशल पुलिसिंग को लेकर खूब चर्चा में रहते हैं। मंगलवार को उन्होंने तीन छोटे-छोटे बच्चों को अपनी कुर्सी पर बिठा दिया।
दरअसल, जबलपुर एसपी अमित सिंह के पास कुछ बच्चे अपने इलाके में शराब की बिक्री और मादक पदार्थों की तस्करी की शिकायत लेकर पहुंचे थे। एसपी ने इन बच्चों में से ही तीन को चुनकर पांच-पांच मिनट के लिए जबलपुर का एसपी बना दिया। एसपी के पास पहुंचे सारे बच्चे पुलिस की ड्रेस में थे। इन बच्चों को ड्रेस को भी एसपी ने ही दिलवाई थी। ये सभी बच्चे शासकीय स्कूल के छात्र थे।
05_1.png
तीन बच्चों को दी अपनी कुर्सी
एसपी अमित सिंह ने इन्हीं में से तीन बच्चों को अपनी कुर्सी पर बिठाया। इन बच्चों को पांच-पांच मिनट के लिए पूरे जिले की कमान सौंप दी। उसके बाद एसपी ने इन्हें समझाया कि आप टीआई को वायरलेस से मैसेज कीजिए कि हमारे इलाके में गांजे की तस्करी हो रही है। बच्चे ने टीआई को वैसे ही निर्देश दिया। उसके बाद जबलपुर एसपी अमित सिंह ने वायरलेस लेकर कहा कि बच्चों की शिकायत है कि गांजा तस्कर से चीता के जवान पैसे वसूलते हैं।

बच्चे पुलिस की वर्दी पहन काफी खुश नजर आ रहे थे। बच्चों को सोशल पुलिसिंग के जरिए एसपी अमित सिंह ने उन्हें मोटिवेट भी किया। तमरहाई शासकीय स्कूल के प्रिंसिपल अमरेश चंद्र पाण्डेय ने कहा कि एसपी ने बच्चों को सिखाया कि कैसे इस पद पर बैठकर जिले को संचालित किया जाता है। साथ ही उन्होंने थानेदार से भी बात करवाई। एसपी साहब ने बच्चों को मिठाई भी खिलाई।
06_2.png
एसपी ने ये कहा
जबलपुर एसपी अमित सिंह ने कहा कि बच्चों का एक समूह आया था। हमने उन्हें पुलिस की वर्दी भी दी। हमारा मकसद है कि पुलिस और लोगों के बीच की जो दूरियां हैं, उसे खत्म करना है। पुलिस को उनके उपयोग में लाना। क्योंकि पुलिस भी उन्हीं की सेवा के लिए है। पुलिस को जितना अच्छा इंटेलिजेंस मिलेगा, पुलिसिंग भी उतनी ही अच्छी होगी। बच्चों ने बड़ी ही बेबाकी से अपनी अपनी समस्याओं को हमारे सामने रखा।
07.png
पहले भी रहे हैं चर्चा में
गौरतलब है कि एसपी अमित सिंह पहले भी सोशल पुलिसिंग को लेकर चर्चा में रहे हैं। कुछ दिन पहले ही उन्होंने एक हत्यारे की बेटी की पढ़ाई का जिम्मा उठाया। उस बच्ची को वह सप्ताह में एक दिन अपने घर भी लाते हैं। ऐसे कई कार्य हैं जिसकी वजह से जबलपुर एसपी अमित सिंह की चर्चा होती है।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो