जबलपुर

जबलपुर : खूबसूरत तितलियों की जन्नत

सिटीजन फॉर नेचर एंड कन्जर्वेशन ने दो दिन में खोजी 15 प्रजातियों की तितलियां और कैटपिलर्स

जबलपुरJul 16, 2019 / 01:57 am

mukesh gour

Jabalpu

जबलपुर . किसी भी पर्यावरण के पारिस्थितिक तंत्र की जानकारी के लिए उस क्षेत्र की तितलियों का सबसे बड़ा योगदान होता है, तितलियों की अधिकतम संख्या एवं प्रजातियां किसी भी क्षेत्र की सही पारिस्थितिक तंत्र का घोतक होती है। इस बात को ध्यान में रखते हुए सिटीजन्स फॉर नेचर गत वर्ष से अपने जबलपुर व उसके आस पास के पारिस्थितिक तंत्र की सही स्थिति का पता लगाने के लिए तितली सर्वक्षण का कार्य शुरू किया था, जिसके लिए 3 साल तक हर मानसून में तितली सर्वे किया जाना है। इसके चलते इस सर्वे की शुरुआत नरई से की गई। जहां सर्वे में 75 प्रजातियों की करीब 9892 तितलियां देखी गयी।
इन जगहों पर होगा सर्वे
ठाकुरताल, नरई, बरगी, बघराजी, भेडाघाट, तिलवारा, पनागर, इंद्राणा, पाटन, कटंगी

यह प्रजातियां मिलीं
कॉमन लाइम, प्लान टाइगर, कॉमन ग्रस यलो, कॉमन लेपर्ड, नपेंटेड लेडी, कॉमन एमिग्रान्ट, कॉमन क्रोए, ग्रेटर एग फ्लाई
अभी तक तितलियों ने नहीं दिए अंडे
सर्वे के आधार पर एक्सपट्र्स ने पाया कि जुलाई तक में बारिश नहीं होने के कारण पारिस्थितिक तंत्र पर बिगड़ रहा है। पिछले साल तक जो तितलियां अंडे दे चुकी थी, वे इस साल अभी तक देखी ही नही जा रही। दो दिनों में 15 प्रजातियों की तितलियां देखने मिली, जिसमें कई कैटपिलर्स भी थे।
इनकी उपस्थिति
कार्यक्रम में तरंग अग्रवाल, तन्मय अग्रवाल, विशाल जराटकर, श्रेय अग्रवाल, दीपालिका अग्रवाल, संजय पशीने, देवांशी जैन, दिव्यांशी जैन, डॉ. पूनम यादव के साथ वन मंडल से कवि रविन्द्र मणि त्रिपाठी, सिटीजन्स फॉर नेचर समिति से डॉ. दिलीप कटियार, डॉ. आमिर नासिराबादी, पुनीत हौंडा, अमन विलियम्स, हिमांशु यादव, डॉ. समीर अग्रवाल, डॉ. सुधीर जैन, फरहान खान, डॉ. विजय सिंह यादव उपस्थित थे।
Copyright © 2024 Patrika Group. All Rights Reserved.