18 हजार से ज्यादा पंजीयन
जिले में रोजगार मेलों का आयोजन लगातार हो रहा है। यह काम जिला रोजगार कार्यालय के माध्यम से होता है। एक संस्था को भी इस काम में जोडकऱ रखा गया है। लेकिन जितनी संख्या में रोजगार के अवसर मिलने चाहिए वे कई बार नहीं मिल पाते हैं। बीते तीन सालों में करीब 18 हजार 800 युवाओं ने पंजीयन कराया है। इनमें से जिनका चयन हुआ है, उनकी संख्या करीब 12 हजार 500 है।
रोजगार मेला की स्थिति
वर्ष--पंजीयन--चयन
2019-20 152 80
2020-21 4102 2848
2021-22 12854 8714
जनवरी 2022 1668 845
जिले में बेरोजगारों का पंजीयन
वर्ष --पंजीयन
2020 59052
2021 98343
2022 111700
(दिसंबर की स्थिति में)
क्या कहते हैं बेरोजगार
प्रिटिंग टेक्नालॉजी का अध्ययन कर रही हूं। कोर्स पूरा होने पर जॉब की तलाश कर रही हूं। अभी बहुत ज्यादा प्रयास तो नहीं किया लेकिन आसानी से अच्छा जॉब नहीं मिल पाता है। इसलिए रोजगार मेला में आकर संभावना तलाश रही हंू।
दीपाली गर्ग, युवा
रोजगार मेला हो या दूसरे आयोजन नौकरियां मिलना इतना आसान नहीं लगता है। जबलपुर में तो और भी मुश्किलें होती हैं। अब एक रास्ता बचता है स्वरोजगार का तो उसके लिए प्रयास कर रहा हूं।
मुदित उसरेठे, युवा

रोजगार मेला में आया था। मेरा संपर्क नंबर संस्थाओं ने लिखा है लेकिन जॉब मिल जाए यह संभव नहीं लगता। इसलिए मैंने विभागों की स्वरोजगार योजनाओं को समझना और उनका क्रियान्वयन करना ज्यादा बेहतर समझा है।
दिग्विजय सिंह, युवा
जिले में बेरोजगार युवाओं का पंजीयन की प्रक्रिया लगातार चलती है। हमारा प्रयास होता है कि उन्हें रोजगार मिल सके। इसके लिए रोजगार मेला का आयोजन करते हैं। कंपनियां जरूरत के हिसाब से आवेदकों का चयन करती हैं।