scriptखुड़ावल की माटी से एक और बेटा देश पर कुर्बान | Jahalpur's Lal was martyred in Pulwama | Patrika News
जबलपुर

खुड़ावल की माटी से एक और बेटा देश पर कुर्बान

दो साल पहले ही सीआरपीएफ में भर्ती हुए थे अश्वनी काछी, पुलवामा आतंकी हमले में शहीद

जबलपुरFeb 15, 2019 / 01:43 am

santosh singh

crpf

crpf

जबलपुर. मझौली के खुड़ावल गांव की माटी का एक और सपूत देश की खातिर न्योछावर हो गया। पुलवामा आतंकी हमले की निशाना बनी सीआरपीएफ की 35 बटालियन में पदस्थ अश्वनी कुमार काछी (30) की शहादत की खबर गुरुवार रात पिता को फोन पर मिली, तो वे अवाक रह गए।
देशसेवा के जज्बे से लवरेज सुकरू काछी ने बेटे की शहादत की खबर सुनने के बाद भी हौसला बनाए रखा। उन्होंने पत्नी कौशल्या और बेटों को अश्वनी के शहीद होने की खबर दी। फिर खुद को सम्भालते हुए परिवार का हौसला भी बढ़ाने लगे। इस कायराना हमले को लेकर परिवार सहित पूरा गांव आक्रोशित है।
सबसे छोटे थे अश्वनी
सुकरू की पांच संतानों में अश्वनी सबसे छोटे थे। उनसे बड़े सुमंत, अनिल, अवधेश और बेटी ललिता हैं। परिवार में सभी कीशादी हो चुकी है। अश्वनी की शादी की बात चल रही थी। वे आखिरी बार शरद नवरात्र में आए थे। इसी चैत्र नवरात्र में फिर आने वाले थे।
बचपन से था सेना में जाने का सपना
खुड़ावल गांव के 80 के लगभग युवक सेना, बीएसएफ, आरपीएफ सहित अन्य बलों में भर्ती होकर देशसेवा कर रहे हैं। वर्ष 2016 में इसी गांव की माटी में जन्मे रामेश्वर लोधी शहीद हुए थे। गांव के रविकांत यादव ने बताया कि रामेश्वर उनसे एक साल जूनियर थे। सिहोरा उत्कृष्ट विद्यालय से 12वीं पास होने के बाद से ही वे भर्ती की तैयारियों में जुट गए थे। दो साल पहले सीआरपीएफ में उनका चयन हुआ, तो परिजन की खुशी का ठिकाना नहीं था।

छह महीने पहले ही वे जम्मू-कश्मीर में तैनात हुए थे

राजस्थान में ट्रेनिंग पूरी होने के बाद छह महीने पहले ही वे जम्मू-कश्मीर में तैनात हुए थे। वह पढ़ाई के दौरान ही एनीसीसी की ट्रेनिंग ले चुके थे। घर में इकलौते अश्वनी को ही सरकारी नौकरी मिली थी। बेहद साधारण परिवार के अन्य सभी सदस्य मजदूरी पर निर्भर हैं। मां बीड़ी मजदूर हैं।
बदला ले सरकार
गांव के सरपंच पति इंद्रकुमार पटेल, परमानंद प्रजापति सहित अश्वनी के भाइयों ने इस कायराना हमले पर गुस्सा प्रकट करते हुए कहा कि सरकार को बदला लेना चाहिए। आतंक का खेल करने वालों को मुंहतोड़ जवाब देना होगा।
गांव पहुंचे एसडीएम
शहादत की खबर मिलते ही एसडीएम आशीष पांडे रात 12 बजे खुड़ावल गांव पहुंचे। शोक संतप्त परिवार से मिले और आगे की कार्रवाई के लिए अश्वनी से सम्बंधित कुछ दस्तावेज ले गए।

Home / Jabalpur / खुड़ावल की माटी से एक और बेटा देश पर कुर्बान

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो