जबलपुर

जन एजेंडा…अंतरराष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी दे रहा शहर, पर नहीं हैं राज्य स्तर तक की सुविधाएं

शहर में न ग्राउंड हैं और न ही पर्याप्त सुविधाएं

जबलपुरApr 18, 2019 / 09:42 pm

virendra rajak

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जबलपुर. शहर में अंतराष्ट्रीय के खिलाड़ी हैं, किसी ने आर्चरी में दुनिया के सामने तिरंगा लहराया, तो किसी ने एयरगन में देश का नाम रोशन किया। संस्कारधानी से निकले ये खिलाड़ी लगातार राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय खेल प्रतियोगिताओं में परचम लहरा रहे हैं, लेकिन यदि यहां के खेल मैदानों और इनडोर स्टेडियम की तरफ नजर दौड़ाई जाए, तो इनका स्तर राज्य स्तरीय प्रतियोगिताओं तक के लायक नहीं हैं। यही कारण है कि खिलाडि़यों को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर की ट्रेनिंग नहीं मिल पाती।
कोच जीवनलाल रजक ने बताया कि एथलेक्टिस में शहर के काफी खिलाड़ी हैं। कई खिलाडि़यों के राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं में पहुंचने की सम्भावनाएं हैं, लेकिन शहर में एक भी एेसा ट्रैक नहीं है, जो एथलिट्स के लिए हो। अधिकतर खिलाड़ी रानीताल या फिर राइट टाउन स्टेडियम में अभ्यास करने आते हैं, लेकिन राइट टाउन का ट्रैक भी लम्बे समय से खराब पड़ा है, कारण है ट्रैक पर बजरी का डलना। इससे खिलाड़ी चोटिल हो सकते हैं, वहीं उन्हें अन्य समस्याएं भी आ रही हैं।
खिलाड़ी उज्जवल सिंह ने कहा कि राइट टाउन स्टेडियम में जिम तो है, लेकिन वहां पर्याप्त संसाधन नहीं है। खिलाडि़यों के अनुकूल शहर में न ग्राउंड हैं और न ही पर्याप्त सुविधाएं, एेसे में खिलाडि़यों का खेलना मुश्किल हो जाता है।
नरेन्द्र और विकास दुबे ने कहा कि शहर में राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर के खेल मैदानों की आवश्यकता है, ताकि शहर के खिलाड़ी विभिन्न स्तर की प्रतियोगिताओं के लिए तैयारी कर सकें।
महेन्द्र विश्वकर्मा ने कहा कि शहर में कई एेसे कोच हैं, जिन्हें खेल की तकनीकी की जानकारी नहीं है। एेसे कोचों का परीक्षण होना चाहिए। जो इस परीक्षण में पास हों, केवल उसे ही कोचिंग देने की अनुमति होनी चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि एथलेक्टिक्स ट्रैक पर आमजनों द्वारा की जाने वाली वॉक पर प्रतिबंध लगाया जाना चाहिए।
खेल- खिलाड़ी
क्रिकेट- 1000
एथलेटिक- 80000
फुटबॉल- 3000
साइकिलिंग-250
शूटिंग- 800
वुशू- 600
हॉकी- 900
कुश्ती- 2300
तीरंदाजी- 300
इंडोर खेल- खिलाड़ी
तलवारबाजी- 150
जिन्मास्टिक- 100
वेट लिफ्टिंग- 900
बॉडी बिल्डिंग- 4000
बॉक्सिंग- 900
कराते- 1200
बैडमिंटन- 1800
टेबल टेनिस- 600
शतरंज:- 200
(विभिन्न खेलों के जानकारों के अनुसार)
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हाल ही में ये पहुंचे अंतराष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं में
एथलेक्टिक – जीवनलाल रजक
एयरगन शूटिंग – श्रेया अग्रवाल
तीरंदाजी – मुस्कान किरार
इनडोर स्टेडियम यहां
रांझी इनडोर स्टेडियम, रानीताल इनडोर स्टेडियम
ये हैं खेल मैदान
रानीताल, राइट टाउन, खमरिया मैदान, शिवाजी मैदान, नीमखेड़ा स्टेडियम, पुलिस लाइन स्टेडियम, साइंस कॉलेज मैदान, महाकोशल कॉलेज मैदान, रेलवे स्टेडियम समेत सौ छोटे मैदान।
फंड
– रादुविवि का खेल फंड लगभग दो करोड़ रुपए
– विभिन्न स्कूलों और प्रायवेट संस्थाओं का अपना फंड
– अन्य खेल संघ और प्राधिकरण विभिन्न योजनाओं के तहत खेल विभाग से लेते हैं

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