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जन्माष्टमी के दिन काउंसलिंग, व्रत छोड़ सूची में नाम खोजते रहे शिक्षक

locationजबलपुरPublished: Aug 23, 2019 09:58:06 pm

Submitted by:

Mayank Kumar Sahu

विभाग के निर्णय ने सैकड़ों शिक्षकों को परेशानी में डाला, 40 किलोमीटर दूर से भूखे प्यासे पहुंचे शिक्षक, मॉडल स्कूल में तबादला संशोधन के लिए आयोजित की काउंसलिंग

Janmashtami day counseling, find a teacher named in the left circle li

Janmashtami day counseling, find a teacher named in the left circle li

जबलपुर।

जिले के सैकड़ों शिक्षकों को जिला शिक्षा विभाग द्वारा जन्माष्टमी पर्व पर अवकाश और व्रत के दिन काउंसलिंग में बुलाकर व्रत घंटो परेशानी में डाल दिया। संशोधित स्थानांतरण काउसंलिग को लेकर कोई 40 किलोमीटर दूर से भागते-भागते जबलपुर पहुंचा तो कोई शिक्षिका अपनी दो साल के बच्चे को साथ लेकर जबलपुर मॉडल स्कूल काउंसलिंग में शामिल होने पहुंची। जन्माष्टमी पर्व पर अवकाश था। वहीं अधिकांश शिक्षक व्रत पर थे लेकिन स्कूल शिक्षा विभाग के अफसरों ने जन्माष्टमी पर्व पर ही सुबह से काउंसलिंग पर शिक्षकों को बुला लिया। जबलपुर शहर के अलावा शहपुरा, सिहोरा, कुण्डम जैसे कई दूरस्थ स्थानों से सैकड़ों की संख्या में शिक्षक उत्कृष्ट मॉडल स्कूल काउंसलिंग में पहुंचे। लेकिन यहां भी उनकी परेशानी खत्म नहीं हुई। यहां कई खामियां देखने को मिली। सुबह से लेकर शाम तक शिक्षक परेशान होते रहे। बताया जाता है तबादला प्रक्रिया को पूरा करने के लिए 24 अगस्त अंतिम तिथि होने को देख आनन फानन में निर्णय लिया गया।

पॉलिसी का पालन नहीं

शिक्षक अनिल कुमार ने आरोप लगाए कि पहले विकलांग, बीमार व्यक्तियों को तरजीह दी जानी थी लेकिन ऐसा नहीं किया गया था। सभी के संशोधन आवेदन एक साथ लिए गए। स्कूलों में पद खाली होने के बाद भी इसे दिखाया नहीं गया। शिक्षिक नमिता साहू ने कहा कि यशोदा बाई स्कूल सिहोरा में गणित के रिक्त पद पर आवेदन किया था जब स्कूल पहुंची तो पद न होने की बात कही गई बाद में दूसरे शिक्षक को पदस्थ कर दिया गया। अब संशोधन के लिए बुलाया गया। रजनी अपनी दो साल की बेटी को साथ लेकर शहपुरा से आई थी। कहा जन्माष्टमी पर आज उनका व्रत है काउंसलिंग की प्रक्रिया पहले या बाद में की जा सकती थी।

शिक्षकों ने नहीं दी सहमति

पद कम कर दिए जाने एवं अधिकांश स्कूलों में भरे बताए जाने के चलते शिक्षक खासे नाराज रहे। क्योंकि पहले किए गए आवेदन के बाद जब गुरुवार को सूची जारी की गई तो पद ही गायब थे। जिले से करीब 300 शिक्षक स्थानांतरण संशोधन के लिए काउंसलिंग में पहुंचे थे। सूची में पद कम कर दिए जाने और दूरस्थ स्कूल दर्शाने से नाराज शिक्षकों ने सहमति नहीं दी और वापस लौट गए।

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