जेईसी को मिली उपलब्धि, दो विभाग टीयर वन श्रेणी में शामिल
जबलपुरPublished: Mar 29, 2019 10:51:22 pm
देश के नामी संस्थानों की टीम ने पाया जेईसी को उपयुक्त , विभिन्न परियोजनाओं के लिए मिलेगी वित्तीय मदद, सिविल एवं इंजीनियरिंग को मिला एनबीए
JEC’s achievement, two divisions are included in the Tier One category
जबलपुर।
मध्यभारत के सबसे पुराने शासकीय जबलपुर इंजीनियरिंग कॉलेज (जेईसी) को शुक्रवार को बड़ी उपलब्धि प्राप्त हुई। कॉलेज के सिविल एवं विद्युत इंजीनियरिंग विभाग को टीयर वन श्रेणी में नेशनल बोर्ड ऑफ एक्रीडिटेशन (एनबीए) प्राप्त हुआ है। अगले तीन वर्ष के लिए मान्यता प्रदान की गई है। इससे जेईसी की ख्याति में वृद्धि होगी। एक्रीडिटेशन प्राप्त होने के बाद जबलपुर इंजीनियरिंग कॉलेज को विभिन्न परियोजनाओं, शोध कार्य, छात्र फैलोशिप एवं डेवलपमेंट प्रोग्राम के लिए नेशनल बोर्ड ऑफ एक्रीडिटेशन से वित्तीय मदद एवं संबद्ध सहयोग प्राप्त होगा।
आईआईटी, एनआईटी ने किया निरीक्षण
जबलपुर इंजीनियरिंग कॉलेज के प्राचार्य एस.एस.ठाकुर ने बताया कि महाविद्यालय के एक्रीडिटेशन के लिए नेशनल बोर्ड ऑफ एक्रीडिटेशन की टीम ने 22 फरवरी से तीन दिनों तक महाविद्यालय की सिविल इंजीनियरिंग एवं विद्युत इंजीनियरिंग विभाग का निरीक्षण किया था। आईआईटी रूडक़ी के रिटायर्ड प्रोफेसर जे.पी. गुप्ता की अध्यक्षता में गठित एनबीए की इस टीम में आईआईटी एवं एनआईटी के प्रोफेसर शामिल थे।
इंडिया हेकथान में भी जेईसी का जलवा
विदित हो कि स्मार्ट इंडिया हेकथान 2019 का आयोजन भारत सरकार डिजिटल इंडिया इनीशिएटव स्कीम के तहत किया गया था। जिसमें जेइसी के छात्रों ने जलवा बिखेरा। इसमें 2000 इंस्टीट्यूट से २ लाख टेक्नीकल स्टूडेंटस की टीम ने सहभागिता की थी। जेईसी की 5 टीमों का चयन इस ग्रांड फिनाले के लिए किया गया। इसमें कम्प्यूटर साइंस एं आईटी के छात्रों की ब्लाकस टीम को 75 हजार रुपए एवं इंजीनियरिंग महाविद्यालय डिवल्पर्स टीम को 50 हजार रुपए की राशि प्राप्त हुई थी।
वर्जन
– एनबीए से एक्रीडिटेशन प्राप्त होना कॉलेज के लिए एक बड़ी उपलब्धि है। इसके लिए महाविद्यालय के समस्त प्राध्यापक, छात्रों की मेहनत है जिसके बल पर जेइसी को उपलब्धि प्राप्त हुई है।
-प्रो.सीएस प्राचार्य, जबलपुर इंजीनियरिंग कॉलेज