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कांग्रेस नेता सिंधिया ने जबलपुर में खाई ये बड़ी कसम, सूबे में गर्म हुई चर्चा

locationजबलपुरPublished: Jul 14, 2018 08:09:52 pm

Submitted by:

Premshankar Tiwari

कांग्रेस नेता सिंधिया ने जबलपुर में खाई ये बड़ी कसम

jyotiraditya sindhiya controversial statement

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जबलपुर। मध्य प्रदेश कांग्रेस चुनाव प्रचार समिति के प्रमुख ज्योतिरादित्य सिंधिया ने शनिवार को जबलपुर प्रवास के दौरान ऐसी कसम खाई, जिसको लेकर पूरे सूबे का माहौल सरगर्म हो गया। उनकी कसम से कांग्रेस खेमे में उत्साह बढ़ा है, वहीं विपक्षी धड़े ने भी इसे अपने अंदाज में लिया है। दरअसल जबलपुर प्रवास के दौरान सिंधिया ने शपथ दे डाली है कि जब तक प्रदेश से भाजपा शासन खत्म नहीं होगा, तब तक वह फूल की जगह सूत की माला पहनेंगे। जबलपुर प्रवास के दौरान सिंधिया ने भाजपा सरकार पर जमकर जुबानी प्रहार भी किए। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा के सरकार ने जनता के साथ छलावा किया है।

किसके इशारे पर चली गोली
पत्रकारों से चर्चा के दौरान उन्होंने मंदसौर घटना पर कहा कि आखिरकार गोली चलाने का आदेश किसने दिया था। इसका जवाब मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को देना चाहिए। सिंधिया ने कहा कि भाजपा सरकार की भावांतर योजना असफल और बकवास है। अब किसानों की लागत दुगनी हो गई है, तो इस हिसाब से जो लाभ दिया जा रहा है वह पर्याप्त नहीं है। इसी तरह डीजल और पेट्रोल पर राज्य सरकार और केंद्र सरकार दोनों ही अपना टैक्स ले रही हैं। इसका सीधा असर आम जनता की जेब पर पड़ रहा है सरकार अब तक इन दोनों ही चीजों पर लगाए गए टैक्स से 1500000 लाख करोड़ अपने जेब में डाल चुकी है। यह जनता के साथ अन्याय है।

महिलाओं पर अत्याचार
पत्रकार वार्ता में उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा के शासनकाल में महिलाओं पर अत्याचार बढ़ते जा रहे हैं। बेरोजगारी भी लगातार बढ़ रही है। सरकार हर मामले में विफल रही है। अब महिलाओं की जगह बालिकाओं के साथ दुष्कर्म हो हैं। यह शर्मनाक है अगर हमारी सरकार आती है तो जीरो टॉलरेंस की नीति पर काम होगा दरिंदों को बेहद कम समय में सजा दिलवाई जाएगी।

आशीर्वाद नहीं माफी यात्रा
उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में भी प्रजातंत्र खतरे में है। विधानसभा का सत्र महज डेढ़ दिन में खत्म कर दिया गया।
सरकार ने जो भी वादे किए या योजना बनाई है वह जमीन तक नहीं उतर पाई। सरकार की बातें सिर्फ जुमला ही साबित हुई हैं। सरकार उन कारणों के आधार पर जन आशीर्वाद यात्रा की जगह जन माफी यात्रा निकाले तो बेहतर होगा।

नए चेहरों को टिकट
पत्रकारों के सवालों के जवाब में उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी उन कार्यकर्ताओं को विधानसभा चुनाव के लिए टिकट देगी जिनमें जीतने की संभावना है। इसके अलावा उसमें हर वर्ग समाज धर्म की भागीदारी होगी। ऐसे लोगों को टिकट दी जाएगी जिन्होंने कभी चुनाव नहीं लड़ा, मगर एक शर्त ये रहेगी कि उनकी पृष्ठभूमि में कहीं न कहीं चुनाव लडऩे का अनुभव हो। कांग्रेस पार्टी चुनाव से डेढ़ महीने पहले अपने प्रत्याशियों के नामों की घोषणा करेगी।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी कहीं भी बैकफुट पर नहीं है। शशि थरूर के बयान को उन्होंने कहा कि इसकी जानकारी नहीं है, मगर हम बताना चाहते हैं कि हमारी पार्टी किसी भी धर्म संप्रदाय के खिलाफ नहीं है। व्यापमं घोटाले के संबंध में उनका कहना था कि सरकार ने मगरमच्छों को छोड़ दिया है। वह खुलेआम घूम रहे हैं, सिर्फ छोटे कर्मचारियों और अधिकारियों पर कार्रवाई की जा रही है।

धर्म किसी की बपौती नहीं
सिंधिया ने हिंदुत्व शब्द पर आपत्ति जताई कहा कि हमारी पार्टी कभी भी इस तरह के शब्द का इस्तेमाल नहीं करती। उन्होंने साफ किया कि धर्म किसी राजनीतिक दल की बपौती नहीं है। वह निजी मामला है। निजी सोच और निजी विचारधारा है। राज्य में मुख्यमंत्री के रूप में चेहरा घोषित करने के सवाल पर उनका कहना था कि कुछ राज्यों में कांग्रेस पार्टी और भारतीय जनता पार्टी दोनों यह काम करती है कि पहले ही मुख्यमंत्री नाम वाला चेहरा सामने ले आती है, मगर अभी यह सवाल यहां पर करना उचित नहीं है क्योंकि हम सभी एक मंच पर हैं तो अब यह कोई सवाल ही नहीं कि कौन मुख्यमंत्री बनेगा कौन नहीं। सिंधिया के साथ राज्यसभा सांसद विवेक तन्खा ने भी भाजपा की सरकार को पूरी तरह विफल निरूपित किया।

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