वहीं ग्रामीण सेवादल इकाई जबलपुर के समस्त पदाधिकारियों ने भी इस्तीफा दे दिया है। अब वे वापसी की उम्मीद लगाए हुए हैं। रुकमणी गोंटिया प्रदेश महासचिव सेवादल ने बताया कि प्रदेश अध्यक्ष के इस्तीफा देने पर सभी उनके साथ चले गए और अपने अपने पदों से इस्तीफा दे दिया। देर रात तक कुछ लोगों को मेल से सूचित किया जा चुका है कि उनके इस्तीफे नामंजूर कर दिए गए हैं। इस्तीफा देने की बात पर गोंटिया ने कहा कि ये सच्चाई की लड़ाई है। इससे ज्यादा उन्होंने किसी बात पर चर्चा नहीं की।
सूत्रों की मानें तो जबलपुर जिले में हजारों की संख्या में सिंधिया समर्थक मौजूद हैं। अरविंद पाठक नगर कांग्रेस महामंत्री के नेतृत्व में माधवराव सिंधिया की प्रतिमा के समक्ष खड़े होकर सार्वजनिक रूप से इस्तीफा देने की बात कही। शाम को वे नगर अध्यक्ष भाजपा से मिलने भी पहुंचे थे।
सोशल मीडिया पर निकल रही भड़ास
कांग्रेस सरकार में मचे घमासान के बीच सोशल मीडिया पर कांग्रेस के वरिष्ठ व समर्पित कार्यकर्ता व पदाधिकारी अपनी भड़ास निकालने से नहीं चूक रहे हैं। शहर के वरिष्ठ कार्यकर्ता अनुराग जैन गढ़वाल ने अपनी फेसबुक बॉल पर लिखा- ‘सिंधिया जी का कांग्रेस छोडऩा सिर्फ लालच नही इस के अंदर बहुत कुछ उपेक्षा का दंश हैं’ इसके अलावा ‘शोभा ओझा जैसे बड़बोले लोगो ने कांग्रेस को इस स्थिति में पहुँचाया’ भी लिखा है। उन्होंने जिम्मेदारी के साथ समर्पित कार्यकर्ताओं की उपेक्षा का दर्द बयां किया है।