पांच लाख की फिरौती मांगी
पुलिस संजीव की तलाश कर रही थी, तभी चार अगस्त को पप्पू के मोबाइल पर कॉल आया। उसने संजीव के kidnapping की सूचना देते हुए फिरौती में पांच लाख रुपए मांगे। घमापुर पुलिस ने cyber cell की मदद से पता किया तो जिस नम्बर से फिरौती मांगी गई थी, पह छोटू सिंह उर्फ युवराज सिंह निवासी तिलखन थाना बैकुंठपुर जिला रीवा का निकला।
पुणे से हुआ दस्तयाब
घमापुर की पुलिस रीवा पहुंची तो पता चला कि छोटू के साथ एक किशोर को गांव में देखा गया था। वहां से पता चला कि वह महाराष्ट्र के पुणे में लोनावाड़ा थाना अंर्तगत नागर गांव में एक कम्पनी में चौकीदारी करता है। घमापुर पुलिस ने पुणे जाकर संजीव को दस्तयाब कर आरोपी युवराज को arrested कर लिया। पुलिस गुरुवार को आरोपी और किशोर को लेकर जबलपुर लौटी। युवराज को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया।
चाचा की डर से छोड़ा था घर
पुलिस के मुताबिक संजीव एक अगस्त की रात दोस्त के घर से पार्टी मनाकर लौटा था। चाचा के डर से वह घर से कहीं चला गया। इटारसी में उसकी मुलाकात युवराज से हुई। युवराज ने उसे नौकरी दिलाने का झांसा देकर पहले अपने गांव रीवा और वहां से पुणे ले गया।
लूट के मामले में है फरार
पुलिस के अनुसार आरोपी छोटू सिंह उर्फ युवराज सिंह रीवा जिले का शातिर अपराधी है। उसके खिलाफ बैकुंठपुर और सगरा थाने में एक दर्जन से अधिक वसूली, मारपीट, नकबजनी, लूट सहित विभिन्न मामले न्यायालयों में लम्बित हैं। वह सगरा थाने में दर्ज अपराध क्रमांक 69/19 धारा 341,392,411 के मामले में अभी भी फरार है।
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