बिना अनुबंध के हो रहा था संचालन
मेडिकल कॉलेज काउंसिल की बैठक में तीन साल पहले अपनी रसोई को संचालित करने की अनुमति दी गई थी, लेकिन किराया और बिजली बिल के सम्बंध में अनुबंध नहीं हुआ था। नियम के अनुसार मेडिकल परिसर में जेल में बने हुए खाद्य पदार्थों की बिक्री करनी थी।
मिली थीं शिकायतें
शिकायत मिल रही थी कि जेल के खाद्य पदार्थों की बजाए अपनी रसोई के स्थान के अंदर किचन में ही सामग्री बनायी जा रही है। मेडिकल कॉलेज प्रशासन के अनुसार सामग्री की गुणवत्ता अच्छी नहीं होने की शिकायतें आ रही हैं। उक्त स्थान को खाली कराकर शिशु रोग विभाग के लिए उपयोग करने की योजना है।
मेडिकल कॉलेज काउंसिल की बैठक में तीन साल पहले अपनी रसोई को संचालित करने की अनुमति दी गई थी, लेकिन किराया और बिजली बिल के सम्बंध में अनुबंध नहीं हुआ था। नियम के अनुसार मेडिकल परिसर में जेल में बने हुए खाद्य पदार्थों की बिक्री करनी थी।
मिली थीं शिकायतें
शिकायत मिल रही थी कि जेल के खाद्य पदार्थों की बजाए अपनी रसोई के स्थान के अंदर किचन में ही सामग्री बनायी जा रही है। मेडिकल कॉलेज प्रशासन के अनुसार सामग्री की गुणवत्ता अच्छी नहीं होने की शिकायतें आ रही हैं। उक्त स्थान को खाली कराकर शिशु रोग विभाग के लिए उपयोग करने की योजना है।
अपनी रसोई पर दो मत
मेडिकल छात्रों के एक प्रतिनिधि मंडल ने डीन डॉ. नवनीत सक्सेना से शिकायत की थी कि अपनी रसोई की गुणवत्ता ठीक नहीं है। जबकि, अपनी रसोई को बंद करने पर मंगलवार को छात्रों का प्रतिनिधि मंडल डीन से मुलाकात करने पहुंचा। उनका तर्क है कि अपनी रसोई का रेट कम है जो एमबीबीएस के छात्र-छात्राओं के लिए ज्यादा उपयोगी है, इंडियन काफी हाउस का रेट अपेक्षाकृत ज्यादा है। दोनों संस्थाएं मेडिकल कॉलेज परिसर में हैं।
मेडिकल छात्रों के एक प्रतिनिधि मंडल ने डीन डॉ. नवनीत सक्सेना से शिकायत की थी कि अपनी रसोई की गुणवत्ता ठीक नहीं है। जबकि, अपनी रसोई को बंद करने पर मंगलवार को छात्रों का प्रतिनिधि मंडल डीन से मुलाकात करने पहुंचा। उनका तर्क है कि अपनी रसोई का रेट कम है जो एमबीबीएस के छात्र-छात्राओं के लिए ज्यादा उपयोगी है, इंडियन काफी हाउस का रेट अपेक्षाकृत ज्यादा है। दोनों संस्थाएं मेडिकल कॉलेज परिसर में हैं।
मेडिकल परिसर में संचालित अपनी रसोई करीब तीन साल से बिना अनुबंध के संचालित हो रही है। छात्रों ने सामग्री की गुणवत्ता खराब होने की शिकायत की थी। अगर छात्र-छात्राएं संतुष्ट होंगे तो नए अनुबंध के आधार पर दूसरे स्थान पर अपनी रसोई संचालित करने की अनुमति दी जा सकती है।
– डॉ. नवनीत सक्सेना, डीन मेडिकल कॉलेज
– डॉ. नवनीत सक्सेना, डीन मेडिकल कॉलेज