-अस्पातल के बाहर परिजनों और क्षेत्रीय नागरिकों का जमकर हंगामा
मजदूर सुनील कोल की मौत के बाद परिजनों व क्षेत्रीय नागरिकों का हंगामा
जबलपुर. रंगाई पोताई कर आजीविका चलाने वाले मजदूर सुनील कोल की मंगलवार को मेडिकल कॉलेज अस्पताल में मौत हो गई। मजदूर की मौत पर परिवारजनों और क्षेत्रीय लोगों ने जमकर हंगामा किया। सूचना पर मौके पर पहुंचे एएसपी रोहित काशवानी के आश्वासन पर मामला किसी तरह शांत हुआ और परिजन सुनील की अंत्येष्टि को राजी हुए।
घटना के संबध में बताया जाता है कि करीब ढाई महीना पहले घमापुर निवासी मजदूर सुनील कोल संजय शर्मा और अजय शर्मा के यहां रंगाई-पोताई का काम कर रहा था। काम चल ही रहा था कि अजय और संजय में किसी बात को लेकर झगड़ा हो गया। भाइयो के झगड़े में बीच-बचाव करने के लिहाज से सुनील मौके पर पहुंचा तो संजय ने उसे पैर से मार कर नीचे गिरा दिया। नीचे गिरने से सुनील गंभीर रूप से घायल हो गया। निजी अस्पताल में इलाज का आश्वासन देकर दोनों भाइयों ने घायल सुनील को मेडिकल कॉलेज में भर्ती करा दिया। आरोप है कि अस्पताल में भर्ती कराने के बाद दोबारा झांकने भी नहीं आए।
उधर मेडिकल में भर्ती सुनील की हालत दिन-ब-दिन बिगड़ती चली गई। ज्यादा हालत खराब होने पर सुनील की पत्नी ने संजय और अजय को इसकी जानकारी भी दी। इलाज के लिए पैसे मांगे पर कोई सुनवाई नहीं हुई। इस बीच मंगलवार को उसने दम तोड़ दिया।
मेडिकल कॉलेज अस्पताल में सुनील कोल की मौत के बाद गुस्साए परिजनों ने क्षेत्रीय लोगों के साथ शव रखकर प्रदर्शन किया। वे दोनों आरोपी भाइयों (संजय व अजय) के विरुद्ध एफआईआर दर्ज करने की मांग पर अड़े थे। क्षेत्रीय नागरिकों ने पीड़ित परिवार को मुआवजा दिलाने की मांग की तभी मौके पर पहुंचे एएसपी काशवानी ने कार्रवाई का आश्वासन दे कर लोगों को शांत करायाया।